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सुशासन दिवस के मौके पर सत्य एवं निष्ठा की दिलाई शपथ : NN81

 *ब्यूरो चीफ अनिल जोशी दुर्ग (छ.ग.)*

*समाचार*


*राज्यसभा सासंद सरोज पांडेय ने सुशासन दिवस के मौके पर सत्य एवं निष्ठा की दिलाई शपथ*



*सुशासन दिवस पर राज्यसभा सांसद, जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने स्वच्छता अभियान से जुड़कर किया श्रम दान*


   दुर्ग, 25 दिसम्बर 2023/ पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती को सुशासन दिवस मनाये जाने की कड़ी में राज्यसभा सांसद डॉ.सरोज पांडेय ने स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर आयुक्त लोकेश चन्द्राकर, नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा व पार्षदों, जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों-कर्मचारियों ने जिले के सिविल लाइन स्थित नाना-नानी पार्क के समीप स्वच्छता अभियान से जुड़कर श्रम दान कर साफ सफाई व कचरा उठाया।  

    राज्यसभा सांसद ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व.श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की तैल चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित की। अटल बिहारी की 99वीं जयंती पर स्वच्छता अभियान के तहत राज्यसभा सांसद डॉ.सरोज पांडेय सहित आयुक्त, पार्षदों एवं नागरिकांे के साथ झाड़ू लगाई। पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न माननीय अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा स्थापित सुशासन के उच्चतम मापदंडों के महत्व को प्रतिपादित करते हुए नाना-नानी दादा-दादी पार्क के समीप राज्यसभा सांसद सुश्री डॉ. सरोज पांडेय ने आयुक्त लोकेश चन्द्राकर, नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा, पूर्व महापौर चंद्रिका चन्द्राकर, देव नारायण चन्द्राकर, नरेंद्र बंजारे, उपायुक्त मोहेंद्र साहू, भवन अधिकारी गिरीश दीवान, जावेद अली, दुर्गेश गुप्ता, पार्षदगण सहित अधिकारी-कर्मचारियों व अन्य जनप्रतिनिधियों को शपथ दिलाई। साथ ही उन्होंने राज्य सभा सांसद ने सफाई कर्मियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका अभिवादन किया। 


    इस दौरान राज्यसभा सांसद सुश्री पांडेय ने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति में अजातशत्रु थे। उन्होंने देश में सुशासन की परिभाषा दी थी। आज पूरा देश उस परिभाषा का अनुशरण कर रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर स्वच्छता अभियान शुरू किया गया। प्रत्येक नागरिक की भी जिम्मेदारी है कि वे अपने घर के आस पास, गली मोहल्ले एवं शहर को साफ रखे और लोगों को भी स्वच्छता अभियान से जोडे, तभी हमारा शहर स्वच्छ, साफ एवं सुंदर होगा।

    आदमी की पहचान उसके धन या आसन से नही होती, उसके मन से होती है, मन की फकीरी पर, कुबेर की सम्पदा भी रोती है, टूट सकते है, मगर हम झुक नही सकते, उनकी इस कविता का वाचन इस अवसर पर किया गया। इस अवसर पर उषा टावरी, चंद्रशेखर चन्द्राकर, राकेश सेन हेमा शर्मा, मनीष साहू, खिलावन मटियारा, अनिल सिंह सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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