लोकेशन
नाैरोजाबाद //उमरिया
मदनलाल बर्मन की रिपोर्ट
ग्राम पंचायत बेलसरा स्थित नेता सुभाष चंद्र बोस बालिका छात्रावास में भूत प्रेत का साया मचा हड़कंप कई छात्राएं हुई बेहोश
अभिभावक हुए चिंतित छात्राएं असुरक्षित
उमरिया जिले के करकेली विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत बेलसरा स्थित नेता सुभाष चंद्र बोस बालिका छात्रावास में भूत प्रेत का साया होने का मामला प्रकाश में आया है।
घटना के संबंध में बताया गया है कि 2009-10 में यह छात्रावास बनकर तैयार हुआ है और 2011 में संचालित हो चुका है 100 सीटर के छात्रावास 13 वर्षों से संचालित है लगातार एक दो वर्षों से अधीक्षक की मनमानी के कारण यहां कई समस्याओं से यहां की छात्राएं दबी जुबान में अपनी समस्या बयान की छात्र अपनी समस्या बयां कर रही है दरअसल में मामला पिछले वर्षों से बच्चों को समय से भोजन नहीं मिलता भोजन में कीड़े मिलना तरह तरह की की समस्याओं से कक्षा 6 से आठवीं तक की बालिकाओं की समस्या बनी हुई है इस समस्या की शिकायत 181 में कॉल कर शिकायत दर्ज किया गया
अभी तक इसका निराकरण नहीं हो सका
*न्यूज़ नेशन 81 कि जब टीम पहुंची तो छात्राएं एवं उनके अभिभावक मीडिया से बताएं अपनी समस्या*
लेकिन इसकी भनक लगते ही केतकी देवी वार्डन अधीक्षक आग बबूला हो गई और छात्रों को सबक सिखाने का नया तरीका ढूंढ निकाला स्थानीय लोगों कहना है कि मरघट के उपर छात्रावास बना है जिसकी वजह से कई समस्याएं उत्पन्न हो रही है लेकिन छात्रों को यह कहना है कि जब से हमने अधीक्षक की शिकायत की है तब से हमें बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है समय पर विद्यालय नहीं आती है रात को 12:00 अधीक्षक चार-पांच लोगों को लेकर आती है और जादू टोना करती है जिसे छात्रों ने देखा है आज सुबह 7:00 इसी मामले को लेकर 12 बच्चे अचानक बेहोश हाे गऐ क्षेत्र में हड़कंप मच गया तत्काल इसकी जानकारी स्थानी लोगों को लगा जिनके छात्र इस छात्रावास में रहकर शिक्षा दीक्षा अध्ययन कर रहे हैं वहां पहुंचकर लोग घबरा गए कि किसी भूत प्रेत का साया पड़ गया हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि झाड़ फूक करने के बाद कुछ छात्राएं ठीक भी हो चुके हैं लोगाे द्वारा डॉक्टर को बुलाकर चेकअप भी करवाया गया जिनका स्वास्थ्य ठीक बताया जा रहा है लेकिन वार्डन केतकी देवी से बात करने पर पता चला कि वह बेहोश हो गई लेकिन वह अचानक छात्रावास से गायब हो जाती है और छात्राएं के अभिवावक परेशान होते हैं यहां वहां काफी परेशान होने के कारण बाद लगभग आज अभिभावक बच्चों को लेकर चले गए 100 सीटर की छात्रावास जिसमें आज 85 छात्राएं थी लगभग 40 अपने घर जा चुके हैं 40 इन बच्चियॉं असुरक्षित की घेरे में रहकर छात्रावास में रहने को मजबूर है इस विषय को लेकर जिला प्रशासन को भी जानकारी होते हुए भी अभी तक बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई ऐसे कदम नहीं उठाऐ अभी तक ना व्यवस्था बनाई गई जिसे छात्रावास में रहने वाले छात्रों के लिए बेहद खतरा बना हुआ है सुबह शाम तक जिला प्रशासन नहीं पहुंचा।