17 दिसंबर 2023 (रविवार)
मनुष्य जीवन का हर एक स्वांस बहुत कीमती है कबीर भगवान की भक्ति करके इसका सदुपयोग करें - संत रामपाल जी
गुना जिले से गोलू सेन की रिपोर्ट
*गुना* सत्संग एक मात्र ऐसा स्थान है | जहां इंसान को मनुष्य जन्म के महत्व का ज्ञान होता है |अपने मूल्य कर्तव्य से परिचित कराया जाता है अच्छाई और बुराई,पाप-पुण्य का ज्ञान होता है | रविवार को संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने जिला गुना के तहसील आरोन के ग्राम मुडरा खुर्द में सत्संग का आयोजन LED TV के द्वारा किया गया | सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु संत जी के प्रवचन सुनने के लिए पहुंचे | संत रामपाल जी महाराज ने सत्संग में बताया है कि मुक्ति तो केवल पूर्ण संत की शरण में जाकर अर्थात उनसे नाम उपदेश लेकर पूर्ण परमात्मा की भक्ति करने से ही हो पाएगी अन्यथा नहीं | कबीर भगवान की भक्ति पूरे गुरु से अगर हमें प्राप्त हो तो हमारा जन्म-मरण का चक्र समाप्त हो सकता है | श्रीमद्भागवत गीता जी अध्याय नंबर 16 के श्लोक 23- 24 में कहा हे अर्जुन शास्त्र विधि को त्याग कर जो मनमाना आचरण करते हैं मनमानी भक्ति करते हैं जो सदग्रंथों में प्रमाणित नहीं है न तो उनको कोई सुख होता है, न ही कोई उनकी सिद्धि होती है, न ही उनकी परमगति होती है अर्थात व्यर्थ है सत्संग में आने से पता चलता है | मनुष्य जीवन किस लिए प्राप्त हुआ था | कबीर साहेब जी कहते हैं कहता हूं कही जात हूं, कहूं बजा के ढोल। स्वांस जो खाली जात हैं, तीन लोक का मोल | मनुष्य जीवन का हर एक स्वांस बहुत कीमती है इसका सदुपयोग करो | सत्संग में विभिन्न धर्मों के सदग्रंथ गीताजी, बाइबल, कुरान शरीफ, गुरुग्रंथ साहिब, चार वेद, 18 पुराण, 6 शास्त्रों के आधार पर बनाई अनुयायियों को शास्त्र भक्ति मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी
तहसील कोऑर्डिनेटर ने बताया है कि संत रामपाल जी महाराज का मुख्य उद्देश्य दहेज- प्रथा, नशा करना, रिश्वतखोरी, भ्रूण हत्या, भ्रष्टाचारी जैसी कुरीतियों को दूर करना है | सत्संग के बाद कई श्रद्धालुओं ने नाम दीक्षा ग्रहण की और संकल्प लिया कि समाज में फैल रही कुरीतियों से दूर रहेंगे |