श्रीराम कथा प्रत्येक मानव को मर्यादा में रहना सीखाती है - मिट्ठूपुरा सरकार
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
आष्टा। नगर के नए थाने के सामने स्थित विजया दशमी दशहरा मैदान पर सात दिवसीय श्रीराम कथा मिट्ठूपुरा सरकार के मुखारबिंद से चल रही है। इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा अपने साथियों के साथ पहुंचे। जहां श्रीराम दरबार की आराधना की गई, वहीं मिट्ठूपुरा सरकार का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत सम्मान किया गया। श्रीराम कथान को श्रवण करवाते हुए मिट्ठूपुरा सरकार ने कहा कि रामकथा का आनंद तभी है, जब वक्ता और श्रोता दोनों सुर, लय, ताल मिलाकर कथा का रसपान करें। प्रेम प्रकट हो जाए तो परमात्मा खुद प्रकट हो जाएंगे।
प्रेम के बिना जीवन का कोई अर्थ नहीं है। रामकथा का महत्व हमेशा से है और आगे भी रहेगा। यह भगवान की लीला, चरित्र व गुणों की गाथा है। इसके श्रवण और कथन के प्रति हमेशा एक नवीनता का भाव बना रहता है। प्रभु श्रीराम का जीवन हमें मर्यादा में रहना सीखाता है, बड़ों का सम्मान व अपनों के प्रति समर्पित भाव उत्पन्न होते है। इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा के साथ पार्षद रवि शर्मा, मनीष धारवां, वीरेन्द्रसिंह ठाकुर, राधेश्याम सोनी, संजीव सोनी पांचम, कैलाश पांचम, राजू राठौर सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद थे।