दिल्ली में महिला नहीं है सुरक्षित
युनियन बैंक ऑफ इंडिया पियून महिला कर्मचारी के साथ बैंक मेनेजर, कैशियर और अकाउंटेंट ने की छेड़खानी करते थे अभद्र व्यवहार
दिल्ली पुलिस का भी चेहरा हुआ शर्मशार पुलिस पीड़िता को दे रही है झुठे आरोप में फसाने की धमकी
होलंबी खुर्द युनियन बैंक ऑफ इंडिया में सफाई कर्मचारी महिला के साथ हुई अभद्रता
साथी कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस को दि सूचना महिला की मदद के लिए पुलिस मौके पर
जैसा के ज्ञात हुआ है महिला होलंबी खुर्द की रहने वाली है महिला के पति की कई वर्ष पहले मौत हो चुकी है।
पीड़िता के तीन बेटियां है सभी बच्चे गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ते है।
विधवा महिला अपने बच्चों का पेट भरने के लिए 10 साल से होलंबी खुर्द युनियन बैंक ऑफ इंडिया में एक गेस्ट पियून के रूप में काम कर रही है।
पीड़िता का कहना बैंक अकाउंटेंट हर 15 दिन में मुझे सेलरी बाउचर के माध्यम से देता था। कभी मेरे नाम का बाउचर होता तो कभी कभी महिला या अन्य किसी व्यक्ति का नाम लिख मुझे बाउचर देता था कभी पियून कि सेलरी सीधे ऑनलाईन कर्मचारी महिला के बैंक अकाउंट में नहीं भेजी जब के आज जमाना डिजिटल का है।तो बैंक अकाउंटेंट क्यूं पेपर पर बैंक का पैसा बर्बाद करा रहे हैं।
पीड़िता का कहना आएं दिन कैश काउंटर पर बैठने वाला मितेश व अन्य पुरुष स्टाफ मेरे साथ आभद भाषा का इस्तेमाल आएं दिन करते रहते हैं और जैसे जिसको मौका मिलता है मैं मेरे साथ छेड़खानी करने की कोशिश करते हैं
मेने कई बार ब्रांच मेनेजर को जानकारी दी मेनेजर के सामने ही कई बैंक कर्मचारीयों मेरे साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। पीड़िता का कहना जब मैं बिल्कुल हार चुकी हूं तो पुलिस से मदद मांगी।
तो एन आई ए भोरगढ़ थाना क्षेत्र मैट्रो विहार पुलिस चौकी प्रभारी नरेन्द्र कुमार ने पीड़िता की दोषियों के खिलाफ सिखायत में नाम दर्ज को बचाते हुए महिला को इंसाफ दिलाने के बहाने FIR के बदले दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के बदले समझौता NCR काटकर पीड़ित महिला से जबरदस्ती हस्ताक्षर कराने का आरोप लग रहा है।
पीड़ित महिला सीमा धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री जितेन्द्र होलंबी खुर्द की निवासी ने मीडिया के कैमरे पर अपनी और अपने परिवार की जान को खतरा बताया होलंबी खुर्द युनियन बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच मेनेजर संजीव सिंह, कैशियर सुरेश, और अकाउंटेंट मितेश से बार बार समझौते पर हस्ताक्षर कर मामला रफा-दफा करने की धमकी मिल रही है
अफसोस जिस दिल्ली पुलिस को हम इंसाफ प्रस्त मानते हैं उनका इतना घिनौना चेहरा सामने आया
आज भी भारत की पावन पवित्र भूमि पर महिलाओं को सम्मान नहीं मिल पा रहा बड़े अफसोस कि बात है
*टैलेंट ऑफ इंडिया न्यूज़*