जैन समाज के दो तीर्थंकरों का जन्म एवं तप कल्याणक आज,मंदिरों में अभिषेक एवं शांति धारा के साथ विशेष आयोजन
भगवान चंद्र प्रभु और पार्श्वनाथ के दो कल्याणक आज
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
आष्टा। जैन धर्म के 8वें तीर्थंकर भगवान चंद्रप्रभु एवं 23वें तीर्थकर भगवान पार्श्वनाथ जी का जन्म एवं तप कल्याणक दिवस जैन धर्मावलंबियों द्वारा 7 जनवरी को भक्तिभाव से नगर सहित क्षेत्र के सभी जैन मंदिरों में मनाया जाएगा। इस पावन दिवस के अवसर पर भगवान के अभिषेक शांति धारा सहित पूजा अर्चना एवं भक्ति भाव के साथ आरती भी की जाएगी।
नगर के दिगंबर जैन मंदिरों सहित किला स्थित अतिशयकारी श्री 1008 श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर जी में विशेष आयोजन होंगे। इस मौके पर पौष कृष्णा एकादशी, रविवार को प्रातः दिगंबर जैन मंदिरों में मंत्रोच्चार के साथ जयकारों के बीच दोनों तीर्थंकरों की अष्टद्रव्य से विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी एवं कल्याणक दिवसों के अर्घ्य चढ़ाए जाएंगे। मंदिरों में सामूहिक पूजा विधान भी होंगे। इससे पूर्व श्रीजी के अभिषेक एवं विश्व में सुख समृद्धि एवं शांति की मंगल भावना के साथ शांतिधारा की जाएगी। मंदिरों में प्रातः एवं सायंकाल भगवान चंद्रप्रभु एवं पार्श्वनाथ जी की महाआरती की जाएगी।