अन्नपूर्णा आश्रम के संत श्री राम भूषण दास त्यागी बने प्रदेश संरक्षक : NN81

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अन्नपूर्णा आश्रम के संत श्री राम भूषण दास त्यागी बने प्रदेश संरक्षक : NN81

05/01/2024 | January 05, 2024 Last Updated 2024-01-05T06:41:47Z
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 अन्नपूर्णा आश्रम के संत श्री राम भूषण दास त्यागी बने प्रदेश संरक्षक


रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी 



सनातन धर्म और राष्ट्रीय हित में कार्य करने वाली संस्था विश्व सनातन परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तरुण कुमार शाही द्वारा पूज्य महन्त श्री दीपक दास त्यागी जी के कृपा पात्र संत श्री राम भूषण दास त्यागी जी को प्रदेश संरक्षक नियुक्त किया गया। संत श्री चार बार वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर, फेंसिंग राज्य स्तरीय खिलाड़ी, आध्यात्मिक वक्त एंव लेखक भी है। संत श्री बाल्यकाल से ही सामाजिक क्षेत्र में काम करते आ रहे साथ ही अपने वैचारिक वक्तात्व से समाज में युवाओं को धर्म के पथ पर चलने के लिए प्रेरणा दे रहें हैं।

संत श्री ने संगठन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह समाज की सामाजिक, शैक्षणिक, आध्यात्मिक और धार्मिक उत्थान के लिए समाज हित व राष्ट्र हित में रचनात्मक कार्य करेंगे साथ ही संगठन के विस्तार में भी अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत एक बड़ा लोकतांत्रिक देश है किसी भी देश का विकास उस देश के युवाओं पर ही हमेशा से निर्भर करता रहा है। हम यह कह सकते हैं कि युवा ही राष्ट्र का संरचनात्मक और कार्यात्मक ढांचा है। प्रत्येक राष्ट्र की तरक्की का आधार उसकी युवा पीढ़ी होती है। जिसकी उपलब्धियों से उस राष्ट्र का और समाज का विकास होता है। राष्ट्र का भविष्य युवाओं के सर्वांगीण विकास में निहित है। ऐसा इसलिए कि युवा ही राष्ट्र निर्माण में सर्वोच्च भूमिका का निर्माण करते हैं। युवाओं में समाज का वह क्षेत्र शामिल होता है, जो अभी तक विकास को परिलक्षित करता है और एक राष्ट्र के लिए भाग्य का निर्माता होता है। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में जाएं तो यह पता चलता है कि हमारे राष्ट्र के लिए कई परिवर्तन, विकास, समृद्धि और सम्मान दिलाने में युवाओं की भागीदारी और सक्रियता उच्च कोटि की रही है। समाज में व्याप्त कई समस्याओं पर कार्य करके युवा दूसरों के लिए एक आदर्श बन सकते हैं। युवावस्था जीवन की वह अवधि है, जो शक्ति और क्षमता के साथ आगे बढ़ती है। किसी भी समस्या का समाधान युवा सकारात्मकता से हल करना जानता है। इसी लिए देश के प्रत्येक युवा को आगे आकर राष्ट्रीय निर्माण में कार्य करना चाहिए साथ ही आध्यात्मिक रूप से भी सक्रियता निभाना चाहिए। संत श्री की नियुक्ति के बाद समाज में हर्ष व्याप्त है।