प्रभु श्री राम ने हमेशा अधर्म पर धर्म की विजय हेतु अवतार धारण किया है : NN81 ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌

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प्रभु श्री राम ने हमेशा अधर्म पर धर्म की विजय हेतु अवतार धारण किया है : NN81 ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌

16/01/2024 | January 16, 2024 Last Updated 2024-01-16T18:12:48Z
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 विदिशा लोकेशन गंजबासौदा 

संवाददाता संजीव शर्मा


स्लग *प्रभु श्री राम ने हमेशा अधर्म पर धर्म की विजय हेतु अवतार धारण किया है,रमाकिशोरी जी!*   


           ‌ ‌ ‌ ‌ ‌ ‌                                     ‌ ‌ ‌ ‌ ‌                         ‌ ‌ ‌ ‌ ‌                                           गंजबासौदा ग्राम नोघई  सतधारा घाट वेत्रवती  तट पर  चल रही संगीतमय श्री रामकथा के तृतीय दिवस में परम पूज्य रमा किशोरी जी ने राम जन्म के कई कारण बताए उन्होंने कहा की मनु सतरूपा ने तपस्या की तब भगवान उनके घर आए भगवान को हम अगर प्रेम से भरोसे के साथ बुलाए तो भगवान जरूर आएंगे आज भी अगर व्यक्ति प्रहलाद जी की तरह कह दे की इस खम्मे में मेरा भगवान हैं तो भगवान प्रकट हो जायेंगे पर कहे तो भरोसा तो हो मनु सतरूपा ने कठोर तपस्या की तब भगवान आए रमा किशोरी जी ने बताया  की कैसे नारद जी को मोह हुआ कैसे नारद जी के अहंकार को भगवान श्री राम ने नष्ट किया अपने भक्त के अहंकार को नष्ट किया भक्त के भीतर जैसे ही अहंकार आता हैं प्रभु तुरंत उसे दूर करते हैं अहंकार सबसे बुरा हैं एक अहंकार ही हैं जो भगवान को बिलकुल भी नहीं पसंद हैं इसलिए केवल प्रेम ही करिए यही राम जी को प्रिय हैं (निर्मल मन जन सो मोहि पावा) राम जी के सामने सरल बनकर रहिए ,, राम जन्म के कारण सुनाए ,, राम जी का जन्म उत्सव बड़े धूम धाम से मनाया गया।