मत करना कार्यवाही की भूल, यह नेताजी का है स्कूल
- रेलवे पटरी के किनारे तान दिया स्कूल और एसईसीएल भूमि पर बारातघर
- संभाग आयुक्त शहडोल से शिकायत कार्रवाई की मांग
...मत करना कोई भूल यह है नेता का स्कूल शायद इसी दंभोक्ति के साथ एसईसीएल की कोयला खदानों में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों पर अपनी नेतागिरी का रौब झाड़ने वाले एक यूनियन लीडर ने सैकड़ो बच्चों के भविष्य को दांव पर लगाने का दुस्साहस कर दिखाया है। रेलवे लाइन के ठीक बगल में स्कूल भवन बनाकर उक्त तथा कथित नेता ने न सिर्फ बच्चों का भविष्य खतरे में डाला है बल्कि रेलवे, एसईसीएल और जिला प्रशासन को भी खुली चुनौती दे डाली है, यदि किसी में हिम्मत हो तो उसके अतिक्रमण जाल को हटाकर दिखाए। मामला उमरिया जिले के जोहिला कोयलांचल क्षेत्र अंतर्गत नौरोजाबाद नगर का है जहां नियमों को रौंदते हुए उक्त तथाकथित नेता ने सिर्फ अतिक्रमण कर दुकानों का निर्माण किया बल्कि अब तो स्कूल संचालित कर नौनिहालों को काल का ग्रास बनाने का दुस्साहस भी कर रहा है जिसकी शिकायत संभाग आयुक्त शहडोल से की गई है।
शहडोल। संभाग आयुक्त शहडोल के कार्यालय में उमरिया जिले के नौरोजाबाद नगर में एसईसीएल, नजूल और रेलवे की भूमि पर मजदूर यूनियन के तथाकथित नेता अरुण मिश्रा द्वारा बेजा कब्जा कर लोगों विशेष कर नव निहालों की जिंदगी से खिलवाड़ किए जाने की शिकायत की गई है साथ ही संभाग आयुक्त से इस मामले में सख्त निर्देश जारी किए जाने की मांग की गई है ताकि भविष्य में किसी बड़े हादसे की स्थिति उत्पन्न होने से रोका जा सके।
नहीं होती कार्यवाही
कमिश्नर को सौंपे गए लिखित शिकायत पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि उसने रेलवे लाइन के ठीक बगल में किए गए अतिक्रमण के संबंध में एसईसीएल जोहिला क्षेत्र के महाप्रबंधक, नगर परिषद नौरोजाबाद के सीएमओ व पदाधिकारियों से कई बार शिकायत की लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिला प्रशासन को भी इस मामले से अवगत कराया गया लेकिन पता नहीं किन दबावों के चलते उक्त अतिक्रमणकर्ता, तथाकथित नेता के विरुद्ध न तो कोई कार्यवाही की गई और न हीं बेजा कब्जे को हटाने की दिशा में कोई पहल की गई है।
परिणामस्वरूप रेलवे की भूमि पर पटरी के किनारे किए गए अतिक्रमण की शिकायत कमिश्नर शहडोल से की गई है।
झुग्गियां दिखती हैं महल नहीं
इस शिकायत के बाद एक सवाल यह भी उठ रहा है की पटरी के किनारे छोटीं झुग्गी झोपड़ी तो रेलवे के अधिकारियों को तत्काल नजर आ जाती है, लेकिन जब इतना बड़ा अतिक्रमण पटरी के किनारे पर किया गया है तब रेलवे के अधिकारियों को यह खतरनाक अतिक्रमण क्यों नजर नहीं आ रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि नगर परिषद के ओहदेदारों, एसईसीएल प्रबंधन के लोगों के साथ ही रेलवे के अधिकारियों को भी किसी अनहोनी या बड़ी घटना का इंतजार है...?
कालरी की भूमि पर बारातघर
राजकुमार बैगा द्वारा कमिश्नर शहडोल से की गई शिकायत में उल्लेख किया गया है कि नोरोजाबाद एसईसीएल में एक श्रमिक यूनियन का नेता होने का रौब दिखाकर अरुण मिश्रा नामक व्यक्ति द्वारा अवैध वसूली के साथ ही एसईसीएल की जमीन पर अवैध निर्माण कर कब्जा किया गया है। इनके द्वारा एसईसीएल की भूमि पर नियम विरुद्ध तरीके से दुकान और बारात घर बनाकर उसका संचालन किया जा रहा है। जिसके लिए एसईसीएल और नगर परिषद नोरोजाबाद बेदखली की कार्रवाई के लिए पत्र भी लिखा गया लेकिन नेता के रसूख के चलते आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई और अवैध निर्माण जस का तस बना हुआ है।
संभागायुक्त से गुहार
कमिश्नर से की गई शिकायत में राजकुमार बैगा ने यह उल्लेख भी किया है कि श्रमिक यूनियन का रौब झाड़ने वाले अरुण मिश्रा नामक नेता का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया है कि ये लोग रेलवे की भूमि में रेलवे पटरी के किनारे स्कूल का निर्माण कर स्कूल का संचालन कर रहे हैं। इस स्कूल के एक तरफ जहां मुख्य मार्ग है तो वहीं दूसरी तरफ रेलवे की पटरी है जिससे मासूम बच्चों के जीवन पर भी संकट खड़ा हो गया है। शिकायतकर्ता राजकुमार ने कमिश्नर से कार्रवाई की मांग करते हुए अवैध कब्जा को हटाने की मांग की है।