*अपने शरीर व परिवार से बढकर समाज को दिया महत्व।*
*पैर के आपरेशन को स्थगित कर समाज के कार्यक्रम की संभाली कमान*
*युवा संगठन समिति आष्टा ने किया सम्मानित*
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
आष्टा- जिनके खून में सामाजिक परिवर्तन और समाज को बेहतर बनाने का जुनून दौड़ता है वह अपने बुलंद हौसलों से इतिहास लिखते हैं, ऐसे ही एक सामाजिक कार्यकर्ता श्री विश्वकर्मा समाज आष्टा के आत्मविश्वास से परिपूर्ण अध्यक्ष जो अपने दृढ़ संकल्प के साथ निरंतर समाज को आगे बड़ाने मे प्रयासरत रहते हंै। विश्वकर्मा समाज के अध्यक्ष मनोहर विश्वकर्मा का कुछ दिन पूर्व दुर्घटना में पैर फ्रेक्चर हो गया था परंतु फ्रेक्चर के दौरान सामाजिक कार्यो को पूरा करने के लिए अपने शरीर को महत्व न देकर विश्वकर्मा जन्मोत्सव के कार्य को महत्व दिया। उनके पोते के जन्म के समय भी वह विश्वकर्मा भगवान के जन्मोत्सव की तैयारी में व्यस्त थे। पैर के आपरेशन का समय आया तो उन्होने कहा कि मेरा शरीर समाज के कार्यो से बड़ा नही हैं और दिन रात कार्यक्रम की तैयारी में लगे रहने पर परिणामस्वरूप श्री विश्वकर्मा जन्मोत्सव बड़े ही धूम धाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विश्वकर्मा समाज के लिए हमेशा खड़े रहने वाले विश्वकर्मा समाज आष्टा के अध्यक्ष मनोहर विश्वकर्मा सामाजिक परिवर्तन के लिए हर भरसक प्रयास कर रहे है। विगत तीन वर्ष पूर्व वह विश्वकर्मा समाज के अध्यक्ष बने और समाज की कमान संभाली तब से वह परिवार से अपने समाज के प्रति कर्तव्य के निर्वहन के लिए दूर हो गये और समाज को आगे बढाने के लिए हर संभव प्रयास निरंतर कर रहे हैं। उनके तीन वर्षो के कार्यकाल मेें उन्होने एक बड़ी उपलब्धी के रूप में विश्वकर्मा समाज को धर्मशाला निर्माण के लिए अथक प्रयास कर एवं समाज के योगदान से भूमि समाज को प्रदान करवायी। श्री मनोहर विश्वकर्मा माता कृष्णा धाम आश्रम आष्टा पर परम श्रद्धे माॅ कृष्णा जी के सानिध्य में 20 वर्षो से निस्वार्थ भाव से सेवक के रूप में भी अपनी सेवाए निरंतर प्रदान कर रहे है वह एक कुशल संचालक भी हैं
और शिक्षा विभाग के जनपत शिक्षा केन्द्र में बीएसी के पद पर कार्यरत होकर सेवा प्रदान कर रहे हैं। उन्होने पूर्व में शासन द्वारा संचालित इंस्पायर अवार्ड योजना मे ब्लाॅक प्रभारी रह कर कई विज्ञान माडॅल का निर्माण किया जिनमे से कई माॅडल राष्ट्रीय स्पर पर भी चयनीत किए गए है। वह शिक्षको को सही मार्गदर्शन भी प्रदान करते रहते है। समाज में हुए परिवर्तन और समाज के कार्यो के लिए समाज की अन्य समितिया एवं जनप्रतिनिधीगण उनकी प्रशंसा कर रहे है परंतु वह इन सभी का श्रैय अपनी पूरी समिती के पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओ को देते हैं। श्री विश्वकर्मा युवा संगठन समिति आष्टा ने उनके इस सराहनीय कार्य के लिए उनके निज निवास जाकर सम्मानित किया। उनकी कार्यशैली, व्यवहार के कारण श्री विश्वकर्मा युवा संगठन समिति के सभी युवाओ के साथ ही विश्वकर्मा समाज के लोग आज उनको इतना चाहते हैं और एक बेहतर लीडर के रूप में उनको हमेशा देखना चाहते है।