आबकारी विभाग ने बड़ी मात्रा में जप्त किये देशी मदिरा, 02 प्रकरण कायम : NN81

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आबकारी विभाग ने बड़ी मात्रा में जप्त किये देशी मदिरा, 02 प्रकरण कायम : NN81

09/04/2024 | April 09, 2024 Last Updated 2024-04-09T13:26:09Z
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 *ब्यूरो चीफ अनिल जोशी दुर्ग  समाचार*


*आबकारी विभाग ने बड़ी मात्रा में जप्त किये देशी मदिरा, 02 प्रकरण कायम*


*- टेलीफोन नम्बर 0788-2325836 से प्राप्त शिकायत पर हो रही कार्यवाही*



दुर्ग, 09 अप्रैल 2024/ कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार सहायक आयुक्त आबकारी  राजेश जायसवाल के मार्गदर्शन में आबकारी विभाग द्वारा लोकसभा निर्वाचन 2024 के मद्देनजर जिले में अवैध मदिरा विक्रय के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु लगातार कार्यवाही की जा रही है। अवैध शराब विक्रय तथा धारण की सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए वृत्त भिलाई 03 के अन्तर्गत प्रातः ग्राम धनोरा के डोंगिया तालाब के पास आरोपी कुमेन्द्र कुमार के कब्जे से 105 पाव कांच शीशियों में भरी कुल जप्त मदिरा मसाला, मात्रा 18.9 बल्क लीटर, जिसका बाजार मूल्य 11550 रूपये बरामद किया गया। आरोपी के विरुद्ध धीरज कन्नौजिया, सहायक जिला आबकारी अधिकारी द्वारा आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) के तहत प्रकरण कायम किया गया। एक अन्य प्रकरण में रात्रि गश्त के दौरान वृत्त-धमधा के अन्तर्गत ग्राम नंदिनी सेमरिया मार्ग पर में अवैध शराब के विक्रय/धारण/परिवहन की सूचना पर त्वरित एवं विधिवत कार्यवाही कर कुल 39 नग देशी मदिरा पाव, मात्रा 7.02 बल्क लीटर मसाला जप्त किया गया, जिसका कुल बाजार मूल्य 4290 रूपए है।


साथ ही एक दो पहिया सीजी 09 जेबी 3756 कीमत 20 हजार रुपए जब्त किया गया। उक्त प्रकरण में आरोपी मिथलेश श्रीवास पिता रामजी श्रीवास के विरुद्ध आबकारी अधिनियम की धारा 34(2), के तहत प्रकरण दर्ज कर आबकारी उप निरीक्षक  अरविन्द साहू के द्वारा विवेचना में लिया गया है। जिले में अवैध मदिरा के विक्रय, धारण एवं परिवहन के नियंत्रण हेतु आम नागरिकों की सहभागिता के लिए टेलीफोन शिकायत नम्बर उपलब्ध करायी गई है, जिसके अन्तर्गत आबकारी विभाग दुर्ग के कार्यालयीन टेलीफोन नम्बर 0788-2325836 पर 24ग7 घण्टे सम्पर्क किया जा सकता है तथा अपने आस-पास के क्षेत्रों में अवैध मदिरा के विक्रय, परिवहन एवं धारण करने वाले आरोपियों के विरूद्ध शिकायत दर्ज कराया जा सकता है। उक्त प्रकरणों में मुख्य आरक्षक  फागुराम टंडन, आबकारी आरक्षक  त्रिलोक नाथ इन्दोरिया,  देव प्रसाद पटेल का महत्वपूर्ण योगदान रहा।