खबर: लखनऊ कानपुर एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद गाड़ियां 35 मिनट में पहुंचेंगी कानपुर से लखनऊ।
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे निर्माण के चलते लग रहे जाम को देखते हुए मंडलायुक्त डा. रोशन जैकब ने एनएचएआइ और संबंधित विभागों के अफसरों को सात दिनों के भीतर 12 किलोमीटर के पैच को दुरुस्त करने का अल्टीमेटम दिया है।
साथ ही जिन भू-स्वामियों की जमीन अधिग्रहीत की गई है उनको जल्द मुआवजा देने के निर्देश दिए। शनिवार को मंडलायुक्त रोशन जैकब ने एनएचएआइ, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठकर कर एक्सप्रेस-वे के निर्माण में तेजी लाने समेत कई अहम बिंदुओं पर निर्देश दिए।
मंडलायुक्त ने एनएचएआइ के अधिकारियों से कहा कि तत्काल अधिग्रहीत जमीनों को कब्जे में लें, तहसील प्रशासन द्वारा इस कार्य हेतु पुलिस का प्रबंध कराया जाए। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक को निर्देश दिया कि 12 किमी. लखनऊ-कानपुर हाईवे पर एलीवेटेड रोड बनने के कारण जुनाबगंज व एयरपोर्ट के बीच में मार्ग अधिक सकरा हो गया है।दोनों ओर सड़क को अधिक से अधिक चौड़ा करने का काम एक हफ्ते में पूरा करें। साथ ही हाईवे व सर्विस रोड पर गड्ढों की मरम्मत तत्काल कराएं। लोक निर्माण विभाग दही चौकी से बछरावां रोड, जुनाबगंज से मोहनलालगंज तक रोड की मरम्मत कार्य जल्द पूरा करें।पटरी चौड़ीकरण का प्रस्ताव शासन को यथाशीघ्र प्रेषित किया जाए। मंडलायुक्त ने कहा, कानपुर-लखनऊ रोड से किसान पथ पर जाने वाले रैंप का निर्माण अभी नहीं हुआ है। एनएचएआइ को अविलंब रैंप का निर्माण शुरू कराने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने कहा कि एनएचएआइ/कार्यदायी संस्था पीएनसी की रिकवरी वैन, पेट्रोलिंग गाड़ियां नियमित पेट्रोलिंग करें। ट्रैफिक पुलिस द्वारा डायवर्जन रूट का प्रभावी रूप से अमल किया जाए। सड़क पर अवैध पार्किंग के खिलाफ निरंतर कार्रवाई की जाए। हाईवे निर्माण की निरंतर मानीटरिंग एनएचएआइ के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जाए। जल्द से जल्द निर्माण प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए।
जिला संवाददाता:विकास कुमार सिंह, कानपुर नगर