मातिन दाई मंदिर बना राजनितिक अखाडा, हर नेता देते हैं सौगात : NN81

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मातिन दाई मंदिर बना राजनितिक अखाडा, हर नेता देते हैं सौगात : NN81

02/04/2024 | April 02, 2024 Last Updated 2024-04-02T17:57:06Z
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 छत्तीसगढ़ पोड़ी उपरोड़ा

नानक राजपुत

स्लग :- मातिन दाई मंदिर बना राजनितिक अखाडा, हर नेता देते हैं सौगात, लेकिन नहीं मिला अबतक लाभ। 212 गावं के ग्रामीणो का है आस्था का केंद्र। जाने कौन क्या घोषणाएं किये। 



मंदिर में राजनीतिक मकसद के लिए नहीं बल्कि माथा टेकने के लिए आया जाता है, मन्दिर समाज को जोड़ने के लिए होता है मन्दिरों में लोग आस्था और श्रद्धा के साथ समाज व परिवार की भलाई की कामना करते है। किसी भी धार्मिक जगह का अपना एक महत्व होता है और हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि हम उस परम्परा को बना कर रखे। लेकिन नेता धार्मिक स्थलों पर अपनी राजनीतिक पकड़ बनाने के लिए नेता सौगात पे सौगात देते हैं जबकि वह सौगात महज आश्वासन बनकर रह जाता है, और भक्त अपने आप को ठगा महसूस करते हैं, मातिन दाई मंदिर जो कि पोड़ी उपरोड़ा तहसील व पसान तहसील के अंतर्गत आने वाले लगभग 212 गांव के लाखो भक्तो का आस्था का केंद्र है जिन्हे राजनीतीक परिपेक्ष मे सभी ने इसे अपना राजनितिक अखाडा बना लिया गया है,


2008 मे जांजगीर व कोरबा लोकसभा को अलग किया गया जहा सर्वप्रथम लोकसभा चुनाव कि चुनाव जंग कि 2009 मे शुरवात हुई जहा भाजपा से करुणा शुक्ला व कांग्रेस से चरण दास महंत मैदान मे उतरे थे, करुणा शुक्ला ने मातिन दाई मे सौगात कि घोसणा कि थी जिसमे 4 लाख कि राशि पंचायत को दी थी और 300 सीढ़ी का निर्माण किया गया था, बाकि के घोषणाएं अस्वासन बन कर रह गई, वही 2014 मे बंसी लाल महतो व ज्योत्सना महंत के बिच चुनावी जंग हुई उस दौरान जिसमे ज्योत्सना महंत ने अपने जुबान से मानो विकास कि गंगा बहा दी हो, वह भी पुरा नहीं हुआ। 2019 मे ज्योत्सना चरण दास महंत  व ज्योतिनन्द दुबे दोनों ने मातिन दाई मे सौगात देने कि घोषणा कि थी लेकिन वह भी पूरी नहीं हुई। 


छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 से पहले पाली-तानाखार से विधायक रहे रामदयाल उइके ने कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था रामदयाल उइके पिछले 18 सालों से कांग्रेस से जुड़े थे।   रामदयाल उइके कांग्रेस कार्यकाल मे 15 साल विधायक रहे उनके द्वारा भी सड़क, मंदिर तक पानी कि व्यवस्था, बिजली, भवन,  तालाब इत्यादि मातिन दाई के नाम पर कई सौगाते दी गई थी लेकिन वह भी पूरी नहीं हो सकी, हालांकि रामदयाल उइके के कार्यकाल मे बिजली विभाग ने पहाड़ के निचे सड़क पर विद्युति करण कि थी, वही वर्तमान मे इसी परीपेक्ष मे भाजपा के लोक सभा प्रत्यासी सरोज पांडे ने भी कुछ दिनों पहले लगभग 93 लाख कि सौगात दी है हालांकि मातिन दाई समिति का कहना है कि सरोज पांडे के द्वारा कि गई घोसणा मे कुछ राशि कलेक्टर मद मे संरक्षित है अचार सहिता के बाद पंचायत फंड मे जमा कर दी जाएगी।


 क्षेत्र के माँतीन दाई भक्त सुखराज सिंह व माँ मातिन दाई सेवा समिति का कहना है मातिन दाई मंदिर जो कि क्षेत्र मे श्रद्ध का केंद्र मे इस प्रकार कि घोसणा होना और घोसणा कर पूरा ना होना बहुत ही निंदनीय है। हर पार्टी के नेताओं द्वारा घोषणाये कर दी जाती है लेकिन पूर्ण रूप से पूरा कभी कोई पार्टी ने नहीं किया, मातिन दाई से जुड़े भक्त सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक बनकर रह गए। समिति ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव मे क्षेत्र कि जनताओं को भाजपा द्वारा किये घोसणा से बहुत उमीदे हैं और उमीद है यह घोसणा पूरी होंगी व मातिन दाई मे भी विकास के लिए कार्य शुरु होंगे।