संत रामपाल जी महाराज के,शिष्य,ने दिया ईमानदारी का परिचय पैसों से भरा फर्श लौटया वापस
गुना जिले से गोलू सेन की रिपोर्ट
खबर गुना जिले से वर्तमान समय में जहां चोरी लूट कसोट और बेईमानी चरम सीमा पर है ऐसे में वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज जी के,अनुयायी ईमानदारी की मिसाल दुनिया में पेश करते आ रहे हैं चाहे उन्हें सोना मिलो पैसा मिलो बेग मिलो चाहे पैसों से सारा भरा हो वापस लौटा देते हैं ऐसा कि हम समाचार पत्रों में या सोशल मीडिया में देखने में या पढ़ने में आता था लेकिन यह सिद्ध करके दिखा दिया है गुना में निवास रत संतोष कुशवाहा जी जोकि सब्जी मंडी में सब्जी की दुकान लगाते हैं एवं संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा प्राप्त है एवं संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा बताए हुए भक्ति मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सफल बना रहे हैं संतोष कुशवाहा जी ने बताया है कि मेरी दुकान के सामने एक फर्स पढ़ा हुआ मुझे दिखा जिसे मैंने उठा लिया फर्श में पैन कार्ड आधार कार्ड बिजली का बिल कुछ आभूषण कुछ रुपए थे मैंने आसपास पता किया यह किसका है कहीं जानकारी नहीं मिली तो मैंने मैंने अपने सतगुरु देव जी के आदेश अनुसार संतोष कुशवाहा जी ने बताया कि मेरे परमपूज सतगुरुदेव संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि हमें कोई भी वस्तु मिल जाए कहीं भी जिसकी उसको वापस लौटना चाहिए सतगुरु देव जी की शिक्षाओं के आधार पर जब उसे फर्श का मालिक मुझे कहीं नहीं मिला तो मैंने वह फर्श पुलिस कोतवाली गुना में जमा कराया पुलिस ने फर्श किसका यह पता करके फर्श सरिता नामक महिला का होना बताया गया जिसे पुलिस कोतवाली बुलाया गया वहा मुझे भी बुलाया गया मेरे हाथों से वह फर्श मैंने वापस सरिता बहन को दिया सरिता बहन ने बोला है कि आप क यह शिक्षा कहां से मिली जो कि मेरा फर्स वापस लौटाया जा रहा है नहीं तो इस दुनिया में कोई भी वापस नहीं लौटते है तो संतोष कुशवाहा जी ने बताया कि मैं संत रामपाल जी महाराज जी का शिसय,हू और यह सारी शिक्षाएं मुझे संत रामपाल जी महाराज जी से ही मिली है चाहे हमें करोड़ों रुपए भी मिल जाए तो हम वापस लौटा देते हैं हमारे गुरुदेव कहते हैं कि ईमानदारी से बड़ा कोई धन नहीं होता है संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य ईमानदारी की एक मिसाल बने इस दुनिया में दिख रहे अगर इसी तरह के लोग भारतवर्ष की पावन धरती पर इसी विचारधारा के हो जाएं तो दुनिया में सुख शांति आने में ज्यादासमय नहीं लगेगा