छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय में यूपीएससी के पूर्व चेयरमेन डॉ. डीपी अग्रवाल का उद्बोधन : NN81

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छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय में यूपीएससी के पूर्व चेयरमेन डॉ. डीपी अग्रवाल का उद्बोधन : NN81

20/04/2024 | April 20, 2024 Last Updated 2024-04-20T13:10:59Z
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 *ब्यूरो चीफ अनिल जोशी दुर्ग समाचार*


*छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय में यूपीएससी के पूर्व चेयरमेन डॉ. डीपी अग्रवाल का उद्बोधन*



     दुर्ग, 20 अप्रैल 2024/ छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय में 19 अप्रैल 2024 को यूपीएससी के पूर्व चेयरमेन डॉ. डीपी अग्रवाल ने बीटेक, एमटेक तथा पीएचडी के छात्रों को सम्बोधित किया। विदित हो कि सीएसवीटीयू भिलाई मे एक्सपर्ट लेक्चर का आयोजन रखा गया था। जिसका विषय "नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 एण्ड इट्स इम्प्लीमेंटेशन स्ट्रेटजी" था। यह व्याख्यान विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. एमके वर्मा की अध्यक्षता में समकुलपति प्रो. संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन मे यू टी डी मे सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों का स्वागत यूटीडी के निदेशक डॉ. पी के घोष ने पुष्प गुच्छ देकर किया। निदेशक महोदय ने अपने उद्बोधन मे यूटीडी की विभिन्न गतिविधियों की विस्तारपूर्वक जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताई। व्याख्यान में आज के मुख्य प्रवक्ता डॉ. डीपी अग्रवाल ने नई शिक्षा पद्धति 2020 को विस्तार से बताया। अपने उद्बोधन मे डॉ. अग्रवाल ने कहा कि एजुकेशन एक्ट 2010 के अनुसार 14 वर्ष तक के बच्चों को शिक्षा का अधिकार है एवं यह अधिकार शिक्षा का कानूनी अधिकार के अंतर्गत आता है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी आने के बाद कोई भी सब्जेक्ट चुन सकते हैं और स्टूडेंट्स फिजिक्स के साथ अकाउंट या फिर आर्ट्स का भी सब्जेक्ट पढ़ सकते हैं। बच्चों को भारतीय संस्कृति से जोड़ना, एजुकेशन को फ्लेक्सिबल बनाना, बच्चों को अनुशासन सिखाना और सशक्तिकरण करना, एजुकेशन पालिसी को पारदर्शी बनाना, बच्चों की सोच को क्रिएटिव करना, गुणवत्तापूर्ण एजुकेशन डेवलप करना, रिसर्च पर ज्यादा ध्यान के साथ ही नई एजुकेशन पालिसी मे कौशल विकास के साथ मौलिक शिक्षा पर भी जोर दिया गया है ।


डॉ अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को यह भी बताया कि उत्कृष्ट अध्ययन के लिए उन्हें एक नियमित दिनचर्या का पालन करना चाहिए। जैसा प्राचीन काल में गुरुकुल में छात्र-छात्राओं के द्वारा किया जाता था। इससे छात्र अपने शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम बना सकेंगे। आगे छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उन्हें एकेडमिक उत्कृष्टता एवं कौशल के लिए प्रयत्न करना चाहिए, ना कि धन एवं उत्तम अंक के लिए भागना चाहिए। क्योंकि अकादमिक उत्कृष्टता के पीछे ही सम्मान मिलता है। डॉ. अग्रवाल ने यूपीएससी के सम्बन्ध मे बहुत ही ज्ञानवर्धक बातें छात्रों को बताई। उपरोक्त कार्यक्रम में माननीय कुलपति प्रो एम के वर्मा, संमकुलपति प्रो संजय अग्रवाल, यूटीडी के निदेशक डॉक्टर पीके घोष एवं सीएसवीटीयू-फोर्टे के निदेशक डॉ. आरऐन पटेल तथा यूटीडी के प्राध्यापक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।