*भारतीय मजदूर संघ नागदा ने प्रदुषण की रोकथाम हेतु एसडीएम को दिया ज्ञापन।*
*रिपोर्टर हेमन्त पांचाल*
*नागदा जं.* निप्र-भारतीय मजदूर संघ नागदा द्वारा नगर में बढ़ते प्रदुषण एवं इसके रोकथाम के उपाय करने के संबंध में अनुविभागीय अधिकारी नागदा को ज्ञापन दिया गया। जिसमें प्रदुषण निवारण हेतु आवश्यक कदम उठाने एवं नागरिको में जागरूकता अभियान चलाने की मांग की गई
ज्ञापन में बताया गया कि पर्यावरण प्रदुषण की समस्या भारत ही नहीं पूरे विश्व में एक गंभीर समस्या बनी हुई है। प्रदुषण के कारण मनुष्य को कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। वर्तमान में पेड़ों की कटाई काफी बढ़ गई है, पर उसकी तुलना में वृक्षारोपण कम हो रहा है, इस कारण वातावरण का तापमान पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बढ़ गया, इससे कई प्रकार की समस्या आई। सही प्रकार से जल संरक्षण न हो पाने के कारण भू-गर्भीय जल स्तर नीचे जाने लगा है। इससे कई स्थानों पर पानी की समस्या बढ़ने लगी है।
ज्ञापन में प्रदुषण की रोकथाम हेतु कुछ बिंदुओं पर विशेष ध्यान देकर उचित कदम उठाने की मांग की गई जैसे (1) वायु प्रदुषण पर विशेष ध्यान दिया जाय एवं इसे कम करने हेतु उचित उपाय किये जाय, जिससे लोगो के स्वास्थ्य पर असर न हो, साथ ही शहर के सभी प्रमुख स्थलों पर प्रदुषण का स्तर दर्शाने वाला इलेक्ट्रानिक बोर्ड लगवाया जाय। (2) नदी, नालों के पानी को प्रदुषित होने से बचाने हेतु उचित उपाय किये जाय। (3) अनावश्यक पेड़ों की कटाई पर रोक लगाई जाय, एवं वृक्षारोपण पर विशेष ध्यान दिये जाय। (4) सिंगल यूज प्लास्टिक से बने सामानों के बिक्री पर तुरंत रोक लगाई जाय। (5) जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देते हुए सभी सरकारी एवं निजी आवास, सरकारी एवं निजी क्षेत्रों के कार्यालयों में रूपटाप वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से वर्षा के जल को भू-जल में रिचार्ज करने की नियमानुसार व्यवस्था की जाय। (6) शहर से निकलने वाले कचरे के प्रबंधन की नियमानुसार उचित व्यवस्था की जावे। (7) ध्वनि प्रदुषण से स्वास्थ्य पर कई प्रकार की समस्या आ रही है इसके रोकथाम पर विशेष ध्यान दिया जाय।
इस अवसर पर कृष्ण सिंह तंवर, राजेंद्र पेडंसे, बीएमएस अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा एवं महामंत्री करण सिंह शेखावत, मोहब्बत सिंह राठौड़, राजकुमार सिसोदिया, महेश नायर, सुरेंद्र सिंह तंवर, राजेश पाल, विनय लॉयल, योगेंद्र सिंह, राधेश्याम, करण सिंह, एरावत सिंह सहित संघ के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।