सिवनी के सभी सनातनी गोभक्त गोहत्या के विरोध में प्रायश्चित्त गोपूजन कर गोमाता को श्रद्धांजलि अर्पित करें ।
परमपूज्य ब्रम्हचारी निर्विकल्प स्वरूप जी
विगत दिनों सिवनी जिला में बड़ी ही अकल्पनीय , बड़ी पीड़ाजनक घटना हुई है । 60 से भी अधिक गौमाता की हत्या करके बैनगंगा नदी में और जंगल आदि क्षेत्र में फेंक दिया गया । ये घटना मर्मान्त पीड़ा पहुंचाने वाली है, इसकी जितनी भी निंदा की जाए उतनी कम है।
इन गौमाताओं ने किसी का क्या बिगाड़ा है ? तृण खाती हैं किसी से कुछ नहीं लेती और अमृत समान दूध सबको देती हैं , फिर भी कुछ विधर्मियों द्वारा ऐसा कुकृत्य किया गया है जो दुःखद है ।
सिवनी गुरुदेव जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्रीस्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज की जन्म भूमि है, ये बड़ा ही पवित्र जिला है। यहाँ बैनगंगा प्रवाहित होती
हैं और उनका उद्गम स्थल भी है। यहाँ की जनता भी धर्म प्राण है अनेक धार्मिक आयोजन यहाँ के लोग करते रहते हैं । ऐसी परम पवित्र भूमि पर ऐसी घटना गोमाता की हत्या यहाँ की गयी इसकी हम निंदा करते हैं ।
इसमें जो कोई व्यक्ति या संगठन या जो भी लोग संलिप्त हैं , इस कुकृत्य को जिन लोगों ने किया है या करवाया है, उनको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए । और भविष्य में ऐसी घटना न घटे, उसका विशेष ध्यान रखना चाहिए । सरकार द्वारा कुछ कार्यवाही की गयी है लेकिन उतनी पर्याप्त नहीँ है और अधिक कठोर कार्यवाही इन पर की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटना न घटे । *जो लोग लोभवश गाय या बैल को विधर्मी या कसाई को बेच देते हैं उन को भी कठोर दण्ड मिलना चाहिए*।
जहाँ पर गौमाता का रक्त गिरता है वो भूमि अभिशप्त हो जाती है । गौमाता का रक्त इस भूमि में गिरा तो हमारे मन में ये विचार आया कि गौमाता जिनकी हत्या की गयी है उनके कल्याण के लिए सभी सनातनधर्मी लोग भगवद्गीता, विष्णुसहस्रनाम का पाठ कर, उन गौमाता के निमित्त उनके प्रति श्रद्धांजलि रूप में समर्पित करें । किसी स्थान में एकत्रित होकर ये करना चाहिए और किसी को ये न आता हो तो गौमाता का पूजन करें उनको विविध अन्नादि सामग्री अर्पण करें ताकि गौमाता सबका कल्याण करें और सिवनी की जो भूमि है वहाँ पर भी किसी प्रकार का अनर्थ न हो ।
सिवनी से अरुण राजपूत की रिपोर्ट