गुना के भाजपा विधायक, जिलाध्यक्ष और जिला महामंत्री की तानाशाही, संगठन की हो रही उपेक्षा
( जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट )
संगठन के राष्ट्रीय व प्रदेशाध्यक्ष को भूले, विज्ञापन में प्रोटोकॉल का हो रहा उल्लंघन
संगठनात्मक तरीक से महारत हासिल करने वाले शीर्ष नेताओं को भूले जिले के भाजपा नेता
गुना। लोकसभा चुनावों में मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने भले ही अपना परचम लहराया है, किंतु इस उपलब्धि का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा को जाता है। जिन्होंने भारत की राजनीति में चाणक्य कहे जाने वाले दिग्विजयसिंह और कमलनाथ के गढ़ को तक ढाह दिया। इस तरह प्रदेश से कांगे्रस का सूपड़ा साफ करने में भाजपा ने संगठनात्मक तरीक से महारत हासिल की है। बावजूद इसके मतगणना सम्पन्न होते ही शीर्ष नेताओं को जिला संगठन के पदाधिकारी अपने पदीय अहंकार में भूल गए। इससे ऐसा लगा कि मानो प्रदेश और जिला में इनके अलावा कोई और दूसरा लीडर है ही नही।
दरअसल हम बात कर रहे हैं उन नेताओं की जिन्होंने मतगणना सम्पन्न होते ही सिंधिया की जीत का श्रेय जिन शीर्ष नेताओं को जाना चाहिए, उनका आभार करने की जगह उन्हें भूलकर प्रिंट मीडिया में अपने नाम की वाहवाही की गई। जिसमें अपने खुदके मित्र मंडल की जगह समस्त कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी गुना को निवेदक बनाकर प्रोटोकॉल का सरेआम उल्लंघन ही नही, बल्कि शीर्ष नेतृत्व के साथ संगठन के वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा की गई है। इस तरह भाजपा के बड़े और शीर्ष नेताओं का नजरअंदाज करना जिला संगठन को शोभा नही देता, क्योंकि यह मैसेज प्रदेश के साथ देशभर में जाता है तो अन्य राजनैतिक पार्टियां भी मुद्दा भुनाने से नही चूकेंगी। उक्त विज्ञापन कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया है जो समस्त कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी गुना की ओर से जारी किया गया है। इसमें निवेदक के तौर पर पहले गुना विधायक पन्नालाल शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष गुना धर्मेन्द्र सिकरवार और जिला महामंत्री गुना संतोष धाकड़ का फोटो लगा है। वहीं शीर्ष नेताओं में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव का फोटो लगाकर ज्योतिरादित्य सिंधिया का फोटो लगाकर प्रदेश में इतिहास रचने पर मतदाताओं का हार्दिक अभिनंदन और सिंधिया को गुना-शिवपुरी लोकसभा की जनता का अपार स्नेह मिलने पर आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया है। इस विज्ञापन में शीर्ष नेतृत्व से लेकर प्रदेश नेतृत्व को दरकिनार कर स्थानीय वरिष्ठ नेताओं को तक भुला दिया गया है। यह पार्टी की रीति-नीति के खिलाफ है जो स्थानीय जिला संगठन के द्वारा प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर शीर्ष नेतृत्व की अवहेलना की जा रही है।