छत्तीसगढ़ पोड़ी उपरोड़ा
नानक राजपुत
स्लग :- कांग्रेस नेता भोला गोस्वामी व भाजपा नेता अक्षय गर्ग के बिच रेत उत्तखनन परिवहन को लेकर हुई बहस, बीते दिनों ही अक्षय गर्ग के भाई के पोकलेन मशीन को प्रसासन ने रेत खदान से कि थी जप्त, प्रशासन पर एक तरफा कार्यवाही करने का आरोप।
कोरबा जिले मे रेत उत्तखनन व परिवहन के मामले मे विवादों का सिलसिला जारी, प्रसासन ने रेत उत्तखनन पे प्रतिबंध लगाया है बावजूद इसके माफिया व ठेकेदार बिना रायल्टी के रेत का अवैध परिवहन कर राजस्व नुकसान पंहुचा रहे है।
दरसल बीते दिनों ही बांगो रेत खदान से पोड़ी उपरोड़ा तहसीलदार ने sdm के निर्देश पर एक पोकलेन मशीन जप्त कि, यह मशीन कटघोरा निवासी अभय गर्ग कि बताई जा रहि जो कि पिछले कई महीनों से माइनिंग विभाग से भण्डारण कि अनुमति लेकर रेत का परिवहन कर रहे है, लेकिन सरपंच व ग्रामीणों का कहना है कि भंडारण के अवधि समाप्त हो गई थी इसके बाद भी रेत का परिवहन किया जा रहा था, जिसकी शिकायत पूर्व मे ग्रामीणों ने कलेक्टर से कि थी जहा जांच अधिकारी ने भंडारण कि अनुमति सही पाया था, लेकिन वर्तमान मे सरपंच व ग्रामीणों ने बांगो रेत खदान से परिवहन को पूरी तरह से बंद कराने को लेकर मशीन को खदान पर ही रोक दिया गया, वही मौके पर ही तहसीलदार को फोन कर कार्यवाही करने कि बात कही, जहा उपस्थित तहसीलदार ने पोकलेन मशीन जप्त करते हुए बांगो थाना को सुपुर्द किया।
इधर मशीन मालिक अभय गर्ग ने बताया कि मशीन रेत खदान मे नहीं थी बल्कि अपने भांडारण मे खड़ी थी, ग्रामीणों ने दबाओ पूर्वक आपरेटर को धमका कर मशीन को खदान मे लाया गया और कार्यवाही करवाई गई, अभय ने कहा कि रेत परिवहन को लेकर बांगो के ग्रामीणों कि सहमति भी थी वही प्रभावित जमीन मालिकों को बकायदा पैसे भी दिए जितने ग्रामीणों को पैसे दिए उनके हस्ताक्षर भी दर्ज है।
इधर जप्त मशीन के बाद अभय गर्ग के बड़े भाई कटघोरा निवासी अक्षय गर्ग ने प्रसासन पर एक तरफा कार्यवाही का आरोप लगाते हुए क्षेत्र मे सभी रेत परिवहन करने वालो ट्रेक्टरों पर कार्यवाही कि मांग कि, कटघोरा निवासी अक्षय गर्ग मौके पर दौरा करने लगे जहा पाया कि गुरसीया मे एक ट्रेक्टर रेत का अवैध उत्तखनन कर परिवहन का रहा था, यह ट्रैक्टर जनप्रतिनिधि जनपद सदस्य भोला गोस्वामी कि थी जो कि क्षेत्र मे हो रहे पंचायत के विकास कार्य मे रेत कि जरूरतें पूरी करते है लेकिन फिर भी कार्यवाही हो इसके लिए रेत उत्तखनन स्थल पर पहुंचकर अक्षय गर्ग ने तहसीलदार व 112 को फोन किया इस बिच भोला गोस्वामी व अक्षय गर्ग के बिच तीखी बहस हुई, अक्षय गर्ग भी ट्रैक्टर के सामने बैठ गए और गाड़ी आगे नहीं जाने कि जिद करने लगे, दोनों एक दूसरे पर काम पे अड़ंगा लगाने का आरोप लगाते रहे, अधिकारी के आने तक अक्षय गर्ग द्वारा ट्रेक्टर नदी से बाहर न निकल पाए जिसको लेकर काफी मसक्कत किया लेकिन भोला गोस्वामी व उनके साथियो द्वारा अक्षय को रास्ते से हटवा दिया, यह सारे कारनामे 112 के कर्मचारीयों के बिच होती रहि, लेकिन स्थानीय विवाद और तूल ना पड़के इस वहज़ से 112 भी मुखदर्शक बनी रहि। वही भोला गोस्वामी ने कहा निजी दुश्मनी के चलते ट्रैक्टरो से हो कार्य मे बाधा उत्पन्न किया जा रहा, जनप्रतिनिधि होने के नाते पंचायत मे चल रहे कार्य मे रेत कि पूर्ति करना कर्तव्य है।
हालांकि कि रेत कि जरूरत किसे नहीं है, चाहे शासकीय कार्य हो या निजी कार्य बगैर रेत के कुछ भी निर्माण कार्य सम्भव नहीं, फिलहाल रेत परिवहन को लेकर लगातार हो रहे विवाद आखिर कब थमेंगे आखिर प्रसासन बांगो रेत खदान मे माइनिंग प्लांट स्थापित क्यों नहीं कर रहि यें एक बड़ा सवाल ज़नताओ के मन मे घूम रहि है।