स्लग :-- गुरु पूर्णिमा का पर्व अछोदा पुनर्वास स्थल पर योग नरहरी दास जी महाराज के यहां पर मनाया गया।
उन्होंने गुरु -शिष्य परंपरा का निर्वाह कैसे करें बताया गया ।
गुरु के बताइए मार्ग चलकर जीवन सफल बना सकते हैं ।
मनावर धार से हर्ष पाटीदार की रिपोर्ट।
विओ :---------गुरू पूर्णिमा का पर्व अछोदा पुनर्वास स्थल योगी नरहरि आश्रम पर बड़ी धूमधाम से मनाया गया । गुरु पूर्णिमा का पर्व गुरु महिमा और गुरु भक्ति के साथ मनाया गया ।
यहां की आध्यात्मिक धारा इस आश्रम को और भी आनंदमयी बना देती है।
जय गुरुदेव, जय गुरू देव की जय घोष के साथ में शिष्यो द्वारा पूजन प्रारंभ हुआ । श्री योगी नरहरि दासजी महाराज ने बताया कि संसार में मनुष्य को जन्म भले ही माता-पिता देते हैं, लेकिन मनुष्य का सही अर्थ गुरु कृपा से सही प्राप्त होता है। गुरु की महिमा का वर्णन करना तो सूर्य को दीपक दिखाने के समान है। गुरु का ज्ञान और दी गई शिक्षा ही जीवन का आधार है । गुरु की महिमा अपरंपार है। गुरु कुंभकार की तरफ होता है जिस प्रकार घड़े का निर्माण किया जाता है ,उसी प्रकार शिष्य का भी निर्माण किया जाता है। प्रकृति हमारी गुरु है, क्योंकि वह हमेशा कुछ न कुछ हमें देती है। गुरु जीवन भर साथ देता है । गुरु का चरण स्पर्श करना एक नैतिक संस्कार है ,जो हर शिष्य में होना चाहिए। वैसे भी हमारी संस्कृति में गुरु को भगवान से भी बड़ा दर्जा दिया गया है। श्रीराम शर्मा परिन्दा ,कविता शर्मा ने भी गुरु के संबंध में बताया।
ऊं मंगलम् ओमंकार मंगलम्।
गुरु मंगलम् गुरु पाद मंगलम्।।का भजन जगदीश पाटीदार अध्यापक द्वारा सुनाया तथा गुरु -शिष्य परंपरा का उल्लेख भी किया गया। गुरु के बताए हुए मार् गपर मनुष्य कर्म करता है तो जीवन में अवश्य सफल होता है। काफी तादाद में भक्तों की संख्या थी । अंत में गुरु जी की आरती कर शिष्यों को भंडारे की प्रसादी खिलाई गई।,सरिता पाटीदार , ,डा. हर्ष , मा .मोक्ष पाटीदार, आशीष, भव्य,Sketch पाटीदार, रामेश्वर संतोष ,मधु, नानूराम पाटीदार, आयु ,अन्य भक्तगण उपस्थित थे।