स्लग :----श्री राम सप्ताहजी पदयात्रा बाकानेर से ओम्कारेश्वर के लिए रवाना हुई।
मनावर धार से हर्ष पाटीदार की रिपोर्ट।
विओ :------पुण्य सलिला मां नर्मदा के उत्तरी तट पर बसे श्रीअंबिका आश्रम बाकानेर में जो की तपस्थली तीर्थ के नाम से जाना जाता है। जहां बाबा जी ने सन 1944 से तप करके इस पावन भूमि को पवित्र किया है। उन्हीं के पद चिन्हो पर कार्य करते हुए हुए श्रीयोगेश जी महाराज एवम सुधाकर जी महाराज द्वारा जप, तप , यज्ञ, संध्या करते हुए अग्नि प्रज्वलित रखी है। बाबा जी ने कहा था कि ऐसा हवन करना जो पांडव समय हुआ था। वही कार्य के लिए दोनो संत उत्साहित है। अखंड ज्योत एवम अखंड राम धुन के साथ संकिर्तन 24 घंटे वाले श्रीराम सप्ताहजी पद यात्रा प्रतिवर्ष ग्राम ऩनोदा से ओंकारेश्वर जाती है । पहला पड़ाव , बाकानेर ,पीपल्दगड़ी, महेश्वर, पिपल्या, बड़वाह और ओंकारेश्वर में समापन होगा। बड़वाह में सत्यनारायण जी सोनी द्वारा 11 वर्षों से भंडारा कर रहे हैं और सभी यात्रियों को भोजन प्रसादी खिलाते हैं।
उल्लेखनीय है कि ग्राम ननोदा में अकाल ,महामारी तथा बीमारियों से ग्रसित होने के कारण गांव के समस्त जातियो के लोग श्री गजाननजी महाराज श्री अंबिका आश्रम श्रीबालीपुरधाम मे विनती की । तब बाबाजी ने खड़ी सप्ताह जीत गांव से ओंकारेश्वर ले जाने के लिए कहा । गांव वालों ने गुरु जी की बात सुनकर सप्ताहजी का कार्यक्रम प्रारंभ किया। तब से गांव में महामारी एवम बीमारियों से मुक्त हो गए और सभी लोग स्वस्थ, सुखी रहने लगे एवम हर विभागो मे नौकरिया लगी। पद यात्रा श्रावण मास के 1984 से प्रारंभ हुई थी।
ननोदा के भक्तों द्वारा आदेश का पालन करते हुए स्व .भगवान भाई मुकाती,स्व उद्धव जी मुकाती, स्वर्गीय मंगा जी मनावरिया, स्वर्गीय टंन्टियाजी जागीदार ,स्व काना बा , पूनाजी कोटवाल द्वारा प्रारंभ की गयी थी। भगवान जी कामदार, केशव जी कोटवाल , ,रमेश पाटीदार, नाथुलाल,, ,तेजाजी भायल,, भजन गायक तेजपाल जी बरफा,लक्ष्मण बरफा,जगदीश मुकाती,पन्ना लाल बरफा, कमल पाटीदार ,केशव भायल,गोविन्द भायल, दयाराम पाटीदार आदि द्वारा इस पुनीत कार्य को अंजाम दे रहे हैं । सभी पद यात्रा के भक्तो को एक जोड ड्रेस कोड, ननोदा द्वारा दिया जाता है। उक्त जानकारी सद्गुरु सेवा समिति के जगदीश पाटीदार ने दी।