पंचम काल मे मनोरंजन अधिक मनोभंजन कम होता जा रहा है -- बाल ब्रम्ह.संजय भैया
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
आष्टा -- उक्त आशय के उद्गार नेमिनगर साईं कॉलोनी स्थित श्री नेमिनाथ जिन मंदिर में ब्रम्हचारी श्री संजय भैया जी पठारी वालो ने अपने उदभोदन मे कहे उन्होंने बताया कि तीन लोक तीन काल मे सबसे अच्छी वस्तु
सम्यकदर्शन है सच्चे देव शास्त्र गुरु पर श्रद्धान करना ही सम्यग्दर्शन है
जिस जीव का जन्म जहाँ होता है उसे ही वही सच्चा मानने लगता है यही चारो गतियों के जीवों की कहानी है जो अनंत भवो से चलती आ रही है हमे आत्म कल्याण की भावना है तो ही हम इस भव से पार हो सकते है जो आत्म कल्याण का मार्ग समझ गए जो विवेकी होते है स्वाद्ययाय करते है वे विरले जन ही अपना सही मार्ग चुन पाते है,
पंचम काल चल रहा है मनोरंजन का बोलबाला ज्यादा है इस काल मे मनोभंजन कम होता जा रहा है चिंतामणि रत्न एक बार सागर में गिर जाने के बाद मिलना कठिन है वैसे ही यह मनुष्य पर्याय बहुत दुर्लभ पर्याय हमे प्राप्त हुई है इसको व्यर्थ के समय मे नही खोना है
हमे पूजा किसीकी कब और क्यो करना चाहिए मंदिर आने से पहले इन बातों का पता होना आवषयक है तभी हमारा पूजा करना सार्थक होगा जिनकी पूजा हम करने जा रहे है उनमें क्या क्या गुण है ओर इनकी पूजा करने से कौन कौन से लाभ मिलते है जब यह सब जानकारी हमे होगी तभी हमारा पूजा पाठ करने में मन लगता है एवं उसका पुण्य भी अलग ही मिलता है भैया जी ने आगे बताया कि नेमिनाथ जिन मंदिर समिति वालो का बहुत आग्रह था तो हमने आप सभी के आग्रह पर तीन दिनों का समय दिया है इसका लाभ ले ले।
श्री नेमिनाथ जिन मंदिर के महिपाल जैन ने बताया कि ब्रम्हचारी संजय भैया जी पठारी वालो के प्रतिदिन प्रातः 8:30 बजे से एवं सायंकाल 7:45 बजे से मंगल प्रवचनों का लाभ सभी जनों को मिल रहा है कृपया अधिक से अधिक संख्या में इसका लाभ ले एवं अपने जीवन को सार्थक करें।