पोड़ी उपरोड़ा आर. आई. रहता है अनुपस्थित : NN81

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पोड़ी उपरोड़ा आर. आई. रहता है अनुपस्थित : NN81

13/07/2024 | July 13, 2024 Last Updated 2024-07-13T05:37:25Z
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 छत्तीसगढ़ पोड़ी उपरोड़ा

नानक राजपूत

स्लग :- पोड़ी उपरोड़ा आर. आई. रहता है अनुपस्थित, भू सत्यापन, बटांकन संबंधित काम काज के लिए भटक रहे किसान, काफी लम्बी छुट्टी से आने के बावजूद अपने कार्य को लेकर नहीं है जिम्मेदार। 



पोड़ी उपरोड़ा तहसील कोरबा जिले का सबसे बड़ा तहसील माना जाता है जहा प्रतिदिन सैकड़ो कि संख्या मे ग्रामीण व किसान राजस्व संबंधित काम काज के लिए आते हैं, लेकिन ज़ब उनकी मुलाक़ात तहसील के संबंधित कर्मचारी से नहीं हो पाती तो वे मायूस होकर घर लौट जाते हैं और पुनः दूसरे से तहसील मे उपस्थित होकर संबंधित कर्मचारी का इंतजार करते हैं, लेकिन फिर भी वही समस्या बरकरार रहती है, यूँ कहे कि यें तो ग्रामीणो के काम है किसी अधिकारी कर्मचारी को किसानो की फ़िक्र भला क्यू होंगी।


हम बात कर रहे हैं पोड़ी उपरोड़ा तहसील मे पदस्थ आर.आई कमलेश साहू का जो पिछले कई दिनों से किसानो व ग्रामीणों के काम काज से दूर हैं, बताया जाता ह कि स्वास्थ्य खराब होने के वजह से R. i.  साहू करीब एक महीने के छुट्टी पर थे लेकिन छुट्टी समाप्त होने के बाद अपने कार्य को पुनः निर्वहन कर कार्य करना इनकी पूर्ण जिम्मेदारी है, कुछ किसानो का कहना है कि पटवारी द्वारा किये गए कार्य तो पूर्ण हो चुके होते हैं वही बचे हुए आर आई के द्वारा किये गए कार्य लंबित पड़े हुए हैं ज़ब भी आर आई से मुलाक़ात करने कि कोसिस करते हैं उनसे मुलाक़ात होता नहीं, किसानो का यें भी कहना है कि आर आई महोदय फोन तक रिसीव नहीं करते इतनी भी क्या ब्यस्तता रहती होंगी, बांगो निवासि राकेश दास पिछले कई हफ्तो से तहसील के चक्कर लगा रहा है बांगो निवासी राकेश दास ने बताया कि पटवारी द्वारा कार्य करा दिया गया है लेकिन हुए आर आई के कार्य नहीं हुए हैं एक डेढ़ महीनो से आर आई के चक़्कर लगा रहे है वही आर आई को कितनी बार फोन भी किया गया लेकिन ना ही वे फोन उठाते और ना ही तहसील या अपने कार्यालय मे मुलाक़ात करते, आर आई के इस मनमानी रवैयें से ग्रामीण किसान के जमीनों के नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, चौहड्डी सहित इससे जुड़े अन्य  कार्यों में काफ़ी परेशानी हो रहि है, वही आम जनता को खासकर ग्रामीण क्षेत्र के किसानों, निजी भूमि स्वामियों को बार-बार चप्पल घिसनी पड़ती है। 


भले ही मुख्यमंत्री व कोरबा कलेक्टर के द्वारा सभी विभागों मे सभी कर्मचारीयों को समय पर उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं लेकिन उस निर्देशों के किस तरह अवहेलना कि जा रहि वह तहसील पोड़ी मे देखने को मिल सकती है।