माननीया सदस्य , राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के द्वारा बालक एवं बालिका छात्रावास का किया गया निरीक्षण : NN81

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माननीया सदस्य , राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के द्वारा बालक एवं बालिका छात्रावास का किया गया निरीक्षण : NN81

15/07/2024 | July 15, 2024 Last Updated 2024-07-15T15:20:48Z
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 साहिबगंज

जिला ब्यूरो अकाश कुमार भगत 


*दिनांक- 15.07.2024*




माननीया सदस्य , राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के द्वारा बालक एवं बालिका छात्रावास का किया गया निरीक्षण



डॉ आशा लकड़ा, माननीय सदस्या, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की अध्यक्षता ने आज अनुसूचित जनजाति बालिका छात्रावास पोखरिया एवं आदिवासी कल्याण छात्रावास का निरीक्षण किया गया।


सर्वप्रथम साहेबगंज कॉलेज साहेबगंज के प्रधानाचार्य सैयद रजा इमाम रिज़वी ने माननीया सदस्य को बुके दे कर स्वागत किया ।


 माननीया सदस्य द्वारा बालिका छात्रावास एवं बालक छात्रावास के कमरों का निरीक्षण एवं छात्राओं से वार्ता कर उनकी समस्याओं के विषय में जानकारी ली एवं जल्द ही समस्याओं से निराकरण के लिए आश्वासन दी। 



माननीया सदस्य ने अपने संबोधन में अनुसूचित जनजाति आयोग कि जानकारी दी उन्होंने कहा कि अनुसूचित जनजाति आयोग  (NCST) एक संवैधानिक निकाय है।


इसकी स्थापना अनुसूचित जनजातियों को शोषण के विरुद्ध सुरक्षा उपाय प्रदान करने के साथ-साथ उनके सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक हितों की रक्षा करने के लिए की गई है।


अनुसूचित जनजातियों के लिए संवैधानिक और अन्य कानूनी सुरक्षा उपायों से संबंधित सभी मामलों की जाँच एवं निगरानी करना तथा उनके कार्यान्वयन का मूल्यांकन करना। अनुसूचित जनजातियों के अधिकारों और सुरक्षा उपायों से वंचित किये जाने के संबंध में विशिष्ट शिकायतों की जाँच करना।



अनुसूचित जनजातियों के सामाजिक-आर्थिक विकास की योजना प्रक्रिया में भाग लेना और सलाह देना तथा केंद्र या राज्य के तहत उनके विकास की प्रगति का मूल्यांकन करना। राष्ट्रपति को वार्षिक और ऐसे अन्य समय पर जैसा कि राष्ट्रपत उचित समझे, उन सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन पर रिपोर्ट प्रस्तुत करना।


केंद्र या राज्य द्वारा उन सुरक्षा उपायों के प्रभावी कार्यान्वयन और अनुसूचित जनजातियों के संरक्षण, कल्याण और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए अन्य उपायों के लिए किये जाने वाले उपायों के संबंध में सिफारिशें करना।

राष्ट्रपति द्वारा निर्दिष्ट किये जाने वाले अनुसूचित जनजातियों के संरक्षण, कल्याण, विकास और उन्नति से संबंधित ऐसे अन्य कार्यों का निर्वहन करना।


मौके पर परियोजना निदेशक, आईटीडीए मंजू रानी स्वांसी, जिला कल्याण पदाधिकारी प्रमोद आनंद उपस्थित रहे।