नैनपुर
सत्येन्द्र तिवारी न्यूज नेशन 81के लिए नैनपुर से
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नगर के वार्डो कि सड़कें हुई बेहाल
वार्ड 9 के लोगो ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
रेलवे के कारण नपा नहीं करा पा रही निर्माण
भास्कर न्यूज़ नैनपुर --/ लगातार हो रही बारिश से नगर के विभिन्न वार्डो की सड़को की माली हालत खस्ता हो गई है। कई वार्डो मे तो पहुँच मार्ग ही गड्ढों मे तब्दील हो गये है। रेलवे अंतर्गत आने वाले वार्डो मे तो हाल और भी बुरे है। ख़ासकर वार्ड 6 और वार्ड 9 मे अब खस्ता हाल सडक के कारण लोगो मे आक्रोश पनप रहा है।
वार्ड 9 के निवासियो ने किया प्रदर्शन
रेलवे ट्राफ़िक लाइन से होकर नगर के रानी दुर्गावती वार्ड 9 के लिए सीधा रास्ता है। यह रास्ता हनुमान मंदिर के सामने से वार्ड को एप्रोच करता है। उक्त मार्ग रेलवे के आधीन है। जिसमे सड़क मे बड़े बड़े गड्ढे जान लेवा बन गए है। कीचड़ और दलदल के कारण यहाँ चलना भी दूभर हो गया है। कई बार सड़क मे डस्ट डालकर इसे चलने लायक बनाने कि मांग कि गई। मगर न तो रेलवे ने सुनी और न ही नगर पालिका द्वारा कोई आवश्यक कार्यवाही कि गई। लिहाजा कल यहाँ के निवासियों ने सड़क जामकर प्रदर्शन किया। घंटो चले इस प्रदर्शन के बावजूद भी रेलवे अधिकारियो ने अपना पल्ला झाड़ लिया। नगर पालिका के प्रतिनिधिओ ने गड्ढों मे मलमा और डस्ट डालकर इसे दुरुस्त कराने कि बात कही तब कही जाकर प्रदर्शनकारियो ने सड़क से जाम हटाया। जाहिर है कि यहाँ रेलवे ने अपना एक डिपो बना रखा है। मगर एप्रोच रोड के नामपर दलदल कीचड़ वाला रास्ता दिया है। जबकि वार्ड 9 के काली मंदिर इलाके के लिये यही इकलौता मार्ग है।
रेलवे की जमीन पर नपा नहीं कर सकती निर्माण
हालात यह है कि रेलवे की जमीन पर नगर पालिका चाहकर भी कोई निर्माण नहीं कर सकती है। इसके लिये नपा को नागपुर डिवीजन से स्वीकृति लेनी होती है। स्वीकृति इतनी आसानी से मिलती भी नहीं है। मसलन रेलवे से जुड़े वार्ड वासी ख़ासकर बरसात मे हलाकान होते रहते हैँ। नगर के अनेक वार्ड ऐसे है जहाँ रेलवे की ज़मीन से होकर ही वार्ड के अंदर प्रवेश किया जा सकता है। इन हालातो मे यदि रेलवे अपनी सड़क का इस्तेमाल न करने दे तो वार्ड निवासियों के लिये मुसीबत भी पैदा हो सकती है। रेलवे आम जनता कि सुविधा के मद्देनजर सड़को की मरम्मत भी नहीं करवाता है।
वार्ड 6 कि सड़क भी है बेहाल
यही हाल नगर के वाद 6 के हैँ। जहाँ गड्ढों के साथ पानी भरा हुआ रहता है। इस रास्ते से होकर मंदिर और मुक्ति धाम भी जाना होता है। मगर यह रासता भी रेलवे के आधीन होने के कारण लोग यहां परेशानी झेलने मजबूर है। यहां के निवासियों ने कि बार कद श्रम करके इस रास्ते को बनवाया। मगर रेलवे ने अपनी मनमर्जी के चलते इस रास्ते को और बेहाल कर रखा है।