*सरकार के संकल्पों वाली कायाकल्पीत सड़कों पर बहती विकास की गंगा*
इस समय मीरजापुर जिले के विकास खण्ड-जमालपुर में सरकार के संकल्पों वाली सभी कायाकल्पीत सड़कें पुरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है,सड़कों पर जगह-जगह काफी बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं,जिसमें हमेशा पानी भरा रहता है।बरसात के मौसम में संबंधित विभाग द्वारा सड़कों से जल निकासी का उचित प्रबंधन नहीं किये जाने व जल जीवन मिशन द्वारा मनमाना तरीके से यहां-वहां सड़कें खोद कर छोड़ दिए जाने से इस समय जिले भर की सभी ग्रामीण सड़कें ध्वस्त हो चुकी है।बरसात के मौसम में एक तरफ जहां पानी के अभाव में खेत सूखे पड़े हैं तो वहीं दूसरी तरफ सड़कों पर बाढ़ सा आया हुआ है,जगह-जगह तो एक-एक फीट गहरा गड्ढा होकर सड़क ताल-तलैया जैसा आकार ले लिया हैं
।१-भाईपुर डवक मार्ग पर चौकियां,डूही खूर्द,भभौरा में,२-अदलहाट-ओड़ी-देवरिला मार्ग पर ओड़ी में,३-जमालपुर गोगहरा चरगोड़ा मार्ग पर गोगहरा में,४-बड़भुईली हसौली मुड़हुआ मार्ग पर हसौली में एवं अन्य कई मार्गों पर हल्की बारिश में ही बाढ़ सा नजारा दिखने लगता है।विशेष रूप से स्कुल आने-जाने वाले बच्चों को बहुत परेशानी होती है,अक्सर स्कूल वाहन खराब उबड़-खाबड़ रास्तों में बिगड़ जाया करते हैं
,जिससे बच्चे विद्यालय समय से नहीं पहुंच पाते।अन्न दाता मंच के संयोजक चौधरी रमेश सिंह ने कहा कि यदि तत्काल इन जर्जर मार्गों के मरम्मत/निर्माण की तरफ शासन द्वारा ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है तथा कभी भी रास्ता बंद हो सकता है।इन जर्जर सड़कों के निर्माण/मरम्मत हेतु संबंधित विभाग सहित जिम्मेदार लोगों को कई बार अवगत कराया जा चुका है,लेकिन विभाग द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया गया।किसान दिवस में भी कई बार प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है और आज भी अन्न दाता मंच के संयोजक चौधरी रमेश सिंह द्वारा किसान दिवस पर श्रीमान जिलाधिकारी महोदय को प्राथना पत्र सौंपकर सड़कों के अतिशीघ्र मरम्मत/निर्माण का मांग किया गया।