गुना के पनवाड़ी हाट में संत रामपाल जी महाराज का विशाल सत्संग संपन्न, आध्यात्मिक ज्ञान और समाज सुधार का दिया संदेश : NN81

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गुना के पनवाड़ी हाट में संत रामपाल जी महाराज का विशाल सत्संग संपन्न, आध्यात्मिक ज्ञान और समाज सुधार का दिया संदेश : NN81

23/09/2024 | September 23, 2024 Last Updated 2024-09-23T06:41:57Z
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 *"गुना के पनवाड़ी हाट में संत रामपाल जी महाराज का विशाल सत्संग संपन्न, आध्यात्मिक ज्ञान और समाज सुधार का दिया संदेश"*




आध्यात्मिक ज्ञान से सामाजिक बुराइयों का अंत, सैकड़ों श्रद्धालुओं ने शांतिपूर्वक किया सत्संग श्रवण



*पनवाड़ीहाट/गुना*: रविवार को ग्राम पनवाड़ी हाट में पेट्रोल पंप के पास संत रामपाल जी महाराज का एक दिवसीय विशाल सत्संग का आयोजन संपन्न हुआ। यह सत्संग संत रामपाल जी महाराज के अनुयायीयों द्वारा एलसीडी के माध्यम से प्रसारित किया गया। आयोजित सत्संग में निःशुल्क नाम दीक्षा का आयोजन भी किया गया था। जिसमें इच्छुक श्रद्धालुओं को एलसीडी के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज के मुखारबिंद से नाम दीक्षा भी प्रदान कि गई। जिले भर से आए श्रद्धालुओ को उठने–बैठने  के लिए स्वच्छ मैटी उपलब्ध कराई गई। जिस पर बैठकर श्रद्धालुओं ने बड़े ही भाव और शांतिपूर्वक सत्संग श्रवण किया। संत जी ने पवित्र चारों धर्मों के पवित्र ग्रंथों के गूढ़ रहस्य जो अभी तक प्रकाश में नहीं आए वह उजागर किए। संत रामपाल जी महाराज ने प्रभु की परिभाषा धर्मग्रंथों से प्रमाणित करते हुए बताया कि इस असंख्य ब्रह्मांड के मालिक कबीर साहेब हैं और इन्हीं के अंतर्गत सर्व 33 करोड़ देवी देवता आते हैं जो की अलग-अलग विभाग में कार्यरत हैं। साथ ही यह भी बताया कि इनको प्रसन्न करने के लिए उनके वास्तविक मंत्र हमारे धर्म ग्रंथो में छुपे हुए हैं।जो अभी तक किसी संत महंत या धर्म गुरुओं ने नहीं बताया है। गीता अध्याय 15 श्लोक 1से 4 तथा 16,17 में बताया है कि वह पूर्ण संत अर्थात तत्वदर्शी संत है। जो उल्टा लटका हुआ पीपल के वृक्ष को विस्तार पूर्वक मूल से लेकर पत्ते तक भिन्न भिन्न करके बता दे, वह वेद के तात्पर्य को जानने वाला अर्थात तत्वदर्शी संत है। सत्संग में संत रामपाल जी महाराज ने उल्टा हुआ पीपल के वृक्ष को मूल से लेकर टहनी तथा पत्तों तक विस्तार पूर्वक श्रद्धालुओं को बताया। और यह भी प्रमाणित किया कि मूल तो कबीर परमेश्वर जी है और बीच का मोटा जो हिस्सा (पेदर)है वह अक्षर पुरुष है। जिसमें से जो डार निकली है, वह क्षरपुरुष है। और पत्ते रुपी संसार को जानो सत्संग में मौजूद सेवादार हंसराजदास करणदास, अमर दास, चंद्र प्रकाश दास, कृष्ण मोहन दास राधेश्याम दास ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग प्रवचनों से स्वच्छ समाज का निर्माण हो रहा है। संत जी के प्रवचन सुनकर लोग दहेज, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार, नशीले पदार्थों का सेवन करना व्याभिचार आदि जैसी कई सामाजिक बुराइयों से लोग दूर हो रहे हैं। संत रामपाल जी का उद्देश्य है की पूरी दुनिया में सभी सामाजिक बुराइयों को को जड़ से खत्म कर मानव सरल और सुखी जीवन व्यतीत करें। पूरी धरती पर यह महान परिवर्तन मात्र संत रामपाल जी महाराज के सच्चे आध्यात्मिक ज्ञान के प्रसार से संभव हो रहा है।

संत रामपाल जी महाराज के शिष्य ना सिनेमा देखते हैं ना संगीत बजाते हैं, ना नृत्य करते हैं। उच्च सामाजिक और नैतिक मूल्यों के साथ एक सादा जीवन व्यतीत करते हैं। किसी भी तरह के भ्रष्टाचार से दूर रहते हैं। आयोजित सत्संग में जितेंद्र दास, रंजीत दास, नरेश दास, सुरेश दास, लक्ष्मण दास, मुन्ना दास रणवीर दास जगन्नाथ आदि भक्त सेवा करते हुए नजर आए।


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जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट