मनुष्य जीवन का मिलना अत्यंत दुर्लभ है - संत रामपाल जी महाराज
कुंभराज के ग्राम आंखखेडी में हुआ सत्संग, बडी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे
जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट
गुना/कुंभराज: आज दिनांक 20/10/2024 दिन रविवार को गुना जिले के तहसील कुंभराज के ग्राम आंखखेड़ी में संत रामपाल जी महाराज का एलईडी टीवी के माध्यम से सत्संग हुआ, जिसमें उन्होंने मनुष्य जीवन के महत्व और मोक्ष के मार्ग पर अपने विचार साझा किए। संत रामपाल जी ने अपने प्रवचनों में बताया कि मनुष्य अपने शरीर और संपत्ति को सबसे प्रिय मानता है, लेकिन ये सब मृत्यु के समय साथ नहीं जाते। संसार एक स्वप्न के समान है, और जब यह स्वप्न टूटता है, तब हमें अहसास होता है कि हमने अपना अनमोल जीवन व्यर्थ में बर्बाद कर दिया। संत जी ने समझाया कि संकट के समय में मनुष्य सच्चे भगवान को याद करता है, और वही सच्चे भगवान, परमात्मा कबीर हैं, जिनका वर्णन चारों वेद, कुरान, बाइबिल और गुरु ग्रंथ साहिब में भी मिलता है।संत रामपाल जी ने समाज में फैली बुराइयों और कुरीतियों को दूर करने पर जोर दिया। उन्होंने नशाखोरी,दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या और रिश्वतखोरी जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए सतभक्ति का मार्ग अपनाने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर कई प्रेरणादायक कथाओं का भी उल्लेख किया गया, जिससे प्रेरित होकर अनेक श्रद्धालुओं ने संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ग्रहण की और जीवन भर सच्चे भगवान की शास्त्रानुकूल भक्ति करने का प्रण लिया। सत्संग में उपस्थित सेवादार करण दास, मुकेश दास, गुलाब दास, किशनदास, अरुण दास आदि मौजूद रहे