स्लग ------बाल सिद्ध भैरव मित्र मंडल मनावर द्वारा भैरव जी का जन्म दिवस मना कर अन्नकूट का भोग लगाया।
मनावर शहर में सबसे बड़ा अन्न कूट का कार्यक्रम होता है।।
विगत 12 वर्षों से भैरव मंदिर मे अन्नकूट महोत्सव को मनाते आ रहे हैं।
मनावर धार से आशीष जौहरी की रिपोर्ट।
विओ :---- भारतीय सनातन संस्कृति और उसके परंपरा के अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए तथा नई पीढ़ी को ज्ञान प्राप्ति, धर्मस्य बनाने हेतु बाल सिद्ध भैरव मित्र मंडल के प्रमुख आशीष जौहरी एवम उनकी टीम द्वारा काल भैरव अष्टमी के पावन भैरव जी का जन्मोत्सव पर्व पर अन्नकूट महोत्सव मनाया गया।
यह है कथा
एक बार इंद्र ने कुपित होकर ब्रज मंडल में मूसलाधार वर्षा की जिससे बृजवासीय घबरा गए। बृजवासियों को बचाने के लिए श्रीकृष्ण जी ने सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को कनिष्ठ उंगली पर उठाकर ब्रज वासियों की रक्षा की ।यह जानकर इंद्रदेव ने भगवान श्री कृष्ण से क्षमा याचना की ।गोवर्धन पर्वत को नीचे रखा ।इस कारण से गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट मनाया जाने लगा। गोवर्धन पर्वत की पूजा अर्चना कर 56 भोग अर्पित करने से साधक सुखी और समृद्ध रहता है ।अन्न कूट याने नई फसल का अनाज । सर्वप्रथम काल भैरव का पूजन- अर्चन कर भोग लगाया गया। पंडित जी ने वैदिक मंत्रो का पाठ किया गया। भैरव जी का सुबह जलाभिषक कर आकर्षक श्रंगार किया गया ।सुरेश जौहरी एवं राजा जौहरी द्वारा चोला चढ़ाया गया।सभी प्रकार की सब्जियों का मिश्रण कर सब्जी, पुडी का भोग लगाया गया। 12 क्विंटल की सब्जी एवम 6 क्विंटल आटे की पुडी बनाकर साधको को प्रसादी खिलाई गई।दीपिका जौहरी, श्रीमति कमला जौहरी, का सहयोग रहा।उक्त जानकारी बाल सिद्ध भैरव मित्र मंडल के प्रमुख आशीष जोहरी द्वारा दी गई।