स्लग:-- गोकुलधाम गौशाला का गौ रथ विभिन्न कॉलोनीयो में प्रवेश किया।
गो भक्तों द्वारा अन्न दान भी मांगा गया।
गौशाला में गोपाष्टमी का पर्व भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है
मनावर धार से आशीष जौहरी की रिपोर्ट।
विओ:---
-स्नान दान श्राद्ध अमावस, पोष कृष्ण पक्ष की अमावस्या एवं सोमवती अमावस्या तीनो का संयोग होने से गोकुलधाम गौशाला का गौ रथ मनावर शहर में भक्तों के साथ ले जाया गया। जैन कॉलोनी, पंवार कॉलोनी, जोहरी कॉलोनी में प्रवेश किया । वहां पर गेहूं ,रोटी ,दाल, सब्जी, फल ,खल,काकड़े एवम अन्य वस्तुए भक्तों द्वारा मांगी गई। मनावर शहर के ग्राम काली किराय में सन 2010 को गोपाष्टमी के पावन पर्व पर गोकुलधाम गौशाला स्थापित की गई ।भगवान बाल स्वरूप श्री कृष्ण जी द्वारा गऊ माता को चराने की जिद्दी की थी, जिसे नंद बाबा ने महर्षि सांडील्य से गऊ माता को चराने का मुहूर्त निकाला। गोपा अष्टमी का पर्व बताया गया तभी से बाल स्वरूप भगवान श्री कृष्णा गौ चराने लगे। गोकुलधाम गौशाला में विगत 18 वर्षों से गोपाष्टमी का महापर्व मनाया जाता है। इस समय गोकुलधाम गौशाला में लगभग 125 गौ माताओ का विधिपूर्वक संचालित हो रहा है ।पूर्णिमा, अमावस्या एवम मकर संक्रांति पर कॉलोनी में गौ रथ को ले जाया जाता है और अन्य वस्तुए मांगी भी जाती है। प्रेम का प्रतिक,रिश्तो की मर्यादा का दढ संकल्प गौ भक्त मे है। गौ माता को सर्व देवमयी माता कहा गया है। गऊ माता में 33 प्रकार देवी देवताओं का वास माना गया है ,जिससे गौ माता को पूजने से ही सब देवों की पूजा हो जाती है।मनुष्य की कठिनाइयां एवम कष्ट को दूर करने के लिए गौ माता की सेवा अवश्य करना चाहिए। जगदीश चंद पाटीदार ,रमेश चंद कुशवाहा, विकास शर्मा ,निलेश जैन, लोकेश पाटीदार, योगेश मालवीय, गिरीश दीक्षित ,संजय जोहरी ,मनीष छत्तर ,शेखर खठोड, लेले बाबूजी, संदीप धनगर आदि इस पुनीत कार्य मे सहयोग के लिए उपस्थित थे।