Reported By: Sharad Sharda
Edited By: Abhishek Vyas X @abhishekvyas99
व्यवस्था में थोड़ा सुधार, लेकिन फिर समय से पहले चले गए अस्पताल के कर्मचारी अधिकारी , 2 दिन पूर्व कलेक्टर ने किया था निरीक्षण:
सीहोरः जिला अस्पताल में कर्मचारी समय से पहले ही अपनी कुर्सी छोड़ देते हैं। कर्मचारियों की यह कारगुजारी शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई। जिसको लेकर स्वास्थ विभाग में हंगामा भी हुआ। उम्मीद थी कि मामला उजागर होने के बाद हालात सुधरेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ अगले दिन फिर से याने शनिवार को फिर से कर्मचारियों ने समय से पहले अस्पताल छोड़ दिया।
कलेक्टर बालागुरु ने बीते दिन जिला अस्पताल का निरीक्षण किया गया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान अस्पताल की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के जो निर्देश दिए थे, उनमें कई निर्देश धरातल पर देखने मिले। अस्पताल की सफाई व्यवस्था से लेकर मरीजों के पंजीयन काउंटर की प्रक्रिया व्यवस्थित नजर आई, लेकिन सबसे बड़ी जो परेशानी है वो अधिकारी कर्मचारियों की समय से पहले चले जाने की है। शुक्रवार को भी कई प्रभारी और सहायक प्रबंधक ने दो से तीन बजे के बीच अस्पातल छोड़ दिया। इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं, लेकिन इन पर नकेल नहीं लग पा रही है। अस्पातल में ड्येटी डाक्टर की जगह किराए के डाक्टर ड्यूटी करते मिले, लेकिन इसकी जानकारी प्रबंधक और सिविल सर्जन को नहीं थी। किसी जागरुक नागरिक ने इंटरनेट मीडिया के जरिए इसे उजागर किया। इसके बाद अस्पताल में महिलाकर्मचारियों के बीच हाथापाई हुई, लेकिन वहां भी प्रबंधन का कोई अधिकारी नहीं था। कई घटनाएं अस्पातल में घटी और उजागर हुईं। जिनमें प्रबंधक कहीं नजर नहीं आया। जिसका कारण है समय से पहले अस्पतला छोड़ देना। शुक्रवार को अस्पताल की सहायक प्रबंधक 2.45 बजे अपने कुर्सी छोड़ चुकी थीं। वो लगातार भोपाल से अपडाउन करती हैं। अधिकतर अपडाउन करने वाले कर्मचारी 1 से 3 बजे तक अस्पताल छोड़ देते हैं। जिम्मेदारों के अस्पताल में नहीं होने से इस तरह की घटनाएं लगातार होती रहेंगी।
कलेक्टर बालागुरु के. ने गत 27 मार्च को निरीक्षण के दौरान अव्यवस्थाओं को लेकर घोर नाराजगी व्यक्त की गई थी और सीएमएचओ तथा सिविल सर्जन को व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए गए थे। सीएमएचओ सुधीर डेहरिया ने 28 मार्च को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया और व्यवस्थाएं देखीं। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल का वातावरण अब पहले से कहीं अधिक स्वच्छ, सुव्यवस्थित और मरीजों की जरूरतों के अनुसार अनुकूल हो गया है। इसके साथ ही अस्पताल के कक्ष 40 में मरीजों का व्यवस्थित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इसके साथ ही मरीजों को आनलाइन पर्ची के लिए परेशान न होना पड़े इसके लिए भी पंजीयन काउंटर की संख्या बढ़ा दी गई है, जिससे मरीजों को अपनी बारी का इंतजार नही करना पड़ रहा है और आसानी से पंजीयन हो रहा है। इसके साथ ही अस्पताल में व्यवस्थित ढंग से वाहनों की पार्किंग भी कराई जा रही है। वहीं स्टाफ के समय से पहले जाने की भनक भी उन्हें नहीं लगी इस बारे में जब सीएमएचओ डाॅं. सुधीर कुमार डेहरिया से बात की तो उन्होंने बताया कि इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन यदि ऐसा हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी।