Reported By: Gajendra Patel
Edited By: Abhishek Vyas X @abhishekvyas99
ओबीसी समाज ने ज्ञापन सौंप कर मांगा न्याय...पुलिस द्वारा असामाजिक तत्वों के विरुद्ध कार्यवाही न किए जाने को लेकर ओबीसी समाज ने व्यक्त किया अपना रोष :
मंडला,मध्यप्रदेश- विगत दिनों जबलपुर जिले के पनागर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम रैपुरा में कथावाचक देविका पटेल के द्वारा कथावाचन किया जा रहा था। जिसमें कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा कथा को बीच में ही रोकते हुए यह बोला गया था कि आपको ये कथा कहने का अधिकार नहीं हे और न ही आप विशेष समुदाय से हो जिस कारण से कथा का वाचन कर सकती हो। इसके बाद वहां पर मौजूद कुछ शरारती लोगों के द्वारा ग्राम में चल रही कथा को बीच में ही रुकवा दिया गया ओर कथावाचक देविका पटेल के साथ - साथ उनके पिता को भी गाली गलौच करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया और जान से मारने की धमकी दी गई। साथ ही जिस स्थान पर कथा वाचन किया जा रहा था वहां पर कुछ एक असामाजिक तत्वों के द्वारा कथा वाचन स्थल की जगह के बगल में ही डीजे साउंड बजा कर अश्लीलता पूर्वक गाने बजाए गए।
जिसके विरुद्ध पनागर थाना में जाकर के देविका पटेल और अन्य सामाजिक संगठनों ने लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी। परन्तु शिकायत दर्ज के बाद से आज दिनांक तक पुलिस विभाग द्वारा शरारत करने वालों के ऊपर कोई सख्त कार्यवाही नहीं की गई है।
जिससे उन आसामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद होने की पूरी पूरी संभावना हे। जिसके विरुद्ध में मंडला जिले में ओबीसी समाज ने इसकी घोर निंदा व्यक्त करते हुए अपने ज्ञापन के माध्यम से बतलाया कि ऐसे में संविधान द्वारा प्रदत्त आम जन को मिले अधिकारो का कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा हनन किया गया। और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बन कर सिर्फ तमाशा देखती रही साथ ही कोई कड़ी कार्यवाही न करते हुए ऐसे लोगों को संरक्षण देने का काम कर रही हे। जिससे कि ऐसे असमाजिक लोगों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। ओबीसी पटेल समाज ने मंडला कोतवाली में आज ज्ञापन सौंप कर मांग की हे कि अगर आने वाले दिनों में पुलिस विभाग द्वारा ऐसे शरारती तत्वों के ऊपर कड़ी कार्यवाही नहीं की जाती हे तो आने वाले समय में ओबीसी समाज के द्वारा वृहद आंदोलन किया जायेगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।।
ज्ञापन सौंपने के लिए मुख्य रूप से ओबीसी समाज के अध्यक्ष भाई सीबी पटेल, रामभजन पटेल, एड. राकेश चौरसिया, व अन्य सामाजिक संगठनों से उत्तरा पटेल, सुनीता पटेल व अन्य सामाजिक महिलाएं भी उपस्थित रहीं।