Reported By: Jagdish Rathor
Edited By: Abhishek Vyas X @abhishekvyas99
ग्वालियर से उठेगी नई चेतना की आवाज, 28 को कूच करेंगे गुना के कांग्रेसी:
गुना। देश एक नाजुक दौर से गुजर रहा है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर द्वारा रचा गया संविधान, जो हर भारतीय के अधिकारों और सम्मान की नींव है, आज खतरे में है। संविधान और उसकी आत्मा को लगातार चुनौती दी जा रही है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है, लोकतांत्रिक मर्यादाओं को कुचला जा रहा है। लेकिन इन अंधेरे समयों में भी कांग्रेस पार्टी और हमारे नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खडग़े संविधान की रक्षा के लिए पूरी निष्ठा और संकल्प के साथ खड़े हैं।
यह बात जिला कांग्रेस अध्यक्ष मेहरबान सिंह ने शनिवार को कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। धाकड़ ने 28 अप्रैल को आयोजित संविधान बचाओ यात्रा की तैयारियों संबंधी बैठक ली और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी। उन्होंने कहा कि पहलगाम में निर्दोष नागरिकों पर हुए आतंकी हमले ने पूरे देश का दिल दहला दिया। इस जघन्य घटना की कांग्रेस ने तीव्र शब्दों में निंदा करते हुए केंद्र सरकार से दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। जब पूरा देश प्रधानमंत्री से न्याय और सुरक्षा की अपेक्षा कर रहा था, तब वे रैली में व्यस्त नजर आए। यह विडंबना देश के हर जागरूक नागरिक को झकझोरने वाली है।
एजेंसियों का किया जा रहा है दुरुपयोग
जिला कांग्रेस अध्यक्ष मेहरबान सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आज ईडी, सीबीआई और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है। संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा को धूमिल किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट जैसी सर्वोच्च संस्था पर भी टिप्पणियां की जा रही हैं। डर का ऐसा माहौल बनाया गया है कि अधिकारी, कर्मचारी, व्यापारी, डॉक्टर, किसान, मजदूर, महिलाएं, वृद्ध,अधेड़ युवा सहित हर वर्ग डरा हुआ है। अगर संविधान नहीं बचाया गया, तो देश अराजकता की तरफ बढ़ेगा और लोकतंत्र केवल इतिहास की किताबों में रह जाएगा।
सुबह 9 बजे रवाना होंगे कार्यकर्ता
इन्हीं विचारों को लेकर गुना से बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और आम नागरिक 28 अप्रैल को सुबह 9 बजे गायत्री मंदिर चौराहे से ग्वालियर के लिए कूच करेंगे। समस्त जन सुबह साढ़े 8 बजे तक बमौरी विधायक इंजी. ऋषि अग्रवाल के कार्यालय पर एकत्र होंगे, जहां से संविधान की रक्षा के इस ऐतिहासिक अभियान की शुरुआत होगी। यह सिर्फ एक रैली नहीं, लोकतंत्र को बचाने का संकल्प है। यह संविधान के प्रति श्रद्धा और भविष्य के भारत के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है।