संवाददाता अनिल मालवीय - हरदा एमपी
हरदा जिले के मकड़ाई खुदिया:के डिप्टी रेंजर पूनम चंद दमाडे ने अपने अधीनस्थ कर्मचारी के साथ की थी मारपीट । अभद्रता और गाली-गलौच
आरोपी पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने हेतु पीड़ित ने प्रशासन से लगाई थी न्याय की गुहार नहीं हुई अभी तक कोई कार्यवाही। एक आदिवासी के साथ डिप्टी रेंजर ने गाली गलौज करके उसके साथ मारपीट की गई एवं गंदी-गंदी गली दी गई क्योंकि पूनम दमाडे ने सरकारी नौकरी का रोप दिखाते हुए गंदी गंदी गाली दी गई और उसे जान से मारने की धमकी दी गई
खुदिया- वन विभाग की अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान खुदिया रेंज के डिप्टी रेंजर पर उनके ही अधीनस्थ कर्मचारी के साथ अभद्रता और जातिसूचक गालियां देने का गंभीर आरोप लगाया था । पीड़ित कर्मचारी बाचर ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए न्याय की गुहार लगाई थी । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, खुदीया क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही चल रही थी। तभी डिप्टी रेंजर ने बागड़ हटाने के लिए बाचर को कहा था तब उस दौरान बाचर ने अपने वरिष्ठ अधिकारी डिप्टी रेंजर को सुझाव दिया कि "जेसीबी से ही हटा देते हैं", तो डिप्टी रेंजर को गुस्सा आ गया। उन्होंने मौके पर ही बाचर को गालियां देना शुरू कर दिया और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया था । इसके बाद उन्होंने लात-घूंसे से उसकी पिटाई भी की। क्या कहना है, पीड़ित बाचार का । "मैं विभाग का कर्मचारी हूं। मैंने कोई गलत बात नहीं की थी। सिर्फ इतना कहा था कि साहब जेसीबी से ही हटवा दीजिए। इस पर साहब भड़क गए और जातिसूचक गालियां देते हुए मुझसे मारपीट करने लगे। इस घटना की जानकारी पीड़ित बाचर सीताराम ने थाने जाकर पूरी आपबीती बताई और डिप्टी रेंजर के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कराने की मांग की सामाजिक संगठनों और कर्मचारी संघों ने इस घटना की निंदा करते हुए डिप्टी रेंजर को तत्काल निलंबित कर गिरफ्तारी की मांग की थी।
एसडीओ ओम प्रकाश बिडारे
डिप्टी रेंजर पूनम चंद दमाडे, मामले में जांच होना बाकी है । जांच होने के बाद ही कार्यवाही की जाएगी ।