देश, संविधान, लोकतंत्र, परस्पर सद्भाव व युवाओं के भविष्य की रक्षा हर हाल में जरूरी है

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देश, संविधान, लोकतंत्र, परस्पर सद्भाव व युवाओं के भविष्य की रक्षा हर हाल में जरूरी है

04/11/2023 | नवंबर 04, 2023 Last Updated 2023-11-04T16:10:09Z
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 देश, संविधान, लोकतंत्र, परस्पर सद्भाव व युवाओं के भविष्य की रक्षा हर हाल में जरूरी है 

      गुना विकास मंच 




गुना जिले से गोलू सेन की रिपोर्ट 



गुना, शनिवार _ 

मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर गुना विकास मंच और सिविल सोसायटी की आज शनिवार को एक साझा प्रेस वार्ता स्थानीय निजी होटल में सम्पन्न हुई । जिसमें गुना जिले में सक्रिय अनेक सामाजिक संस्थाऐं, राजननीतिक दल , सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए तथा एक साझा अपील जारी की गई।


सयुक्त प्रेस वार्ता के बाद लोक अधिकार मंच के राजीव रंजन उपाध्याय ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि प्रदेश मे आम जनता अपने वोट से आगामी पाँच वर्ष के लिए सरकार चुनने जा रही है। हम चाहते हैं लोग तथ्य और सत्य के आधार पर वोट करें।


*भ्रष्टाचार विरोधी मंच के राकेश मिश्रा* ने कहा कि मध्यप्रदेश में छोटे से अन्तराल को छोड़ कर गत बीस सालों से भाजपा का राज है। केन्द्र में 60 माह का समय मांग कर आने वाले भी शीघ्र 120 माह पूरे करने जा रहे हैं। यह कालखण्ड हमारे आजादी के आदोलन के मूल्यों को नष्ट करने वाला, संवैधानिक संस्थाओं को समूल बदलने वाला, महा भ्रष्टाचार के घपले घोटालों पर चुप्पी साधने वाला रहा है। यह काल आर्थिक बदहाली , ऐतिहासिक बढ़ती बेरोजगारी, महगाई एवं झूठे आश्वासनों की बरसात वाला, नाक नाक तक कर्ज में डुबाने वाला रहा है। 


श्रमिक नेता नरेन्द्र भदोरिया ने कहा कि इस दौर में राष्ट्रीय मीडिया को भोपू में बदल दिया गया है रोज नए नए झूठ परोस कर हमारी स्वतंत्र चेतना को दूषित किया जा रहा जनमत के बड़े हिस्से को गुमराह किया जा रहा है।


*सीपीआई के मनोहर मिरोठे* ने मध्यप्रदेश में भाजपा के बीस साल के कुशासन को चौपट काल बताते हुए कहा कि विज्ञापनों में फर्जी मामा ठहाके लगाते नजर आते है और जमीन पर जनता त्रस्त इस अवधि में शिक्षा, स्वास्थ्य, लघु उद्योग सब मरणासन्न हुए हैं। प्रदेश में हजारों स्कूल ऐसे है जिसमें एक भी शिक्षक नहीं, हजारों स्कूल सिर्फ एक शिक्षक के भरोसे चल रहे है। प्राथमिक शाला से लेकर कॉलेज तक हर जगह स्टाफ नहीं पद रिक्त हैं भरे नहीं जा रहे भ्रष्टाचार बेलगाम है न कोई जांच, न कोई कार्यवाहीं। अवैध खनिज खनन ने तो जैसे सत्ता के चहेतों को कुबेर की चाबी दे दी। पेटी कॉन्ट्रक्टर 50 प्रतिशत कमीशन की बात कहते सुनाई देते हैं । 


*भारत जोड़ो अभियान के डॉ. पुष्पराग* ने कहा कि बीजेपी से जुड़े नेताओं की भ्रष्टाचार से अर्जित आय का अनुमान लगाना मुश्किल है। बेबस किसान-मजदूर दलित-आदिवासी महिलाएं युवा सब भुगतने को लाचार है। 2003 में जब भाजपा सत्ता में आई तो प्रदेश पर 30 हजार करोड़ का कर्ज था, आज वह बढ़कर पोने चार लाख करोड़ हो चुका है। कर्ज की गति 50 हजार करोड़ प्रतिवर्ष की दर से बढ़ रही है। प्रदेश में बड़े कर्ज को ब्याज सहित हमारी आने वाली पीढ़ियों को दशको तक चुकाना होगा। 


*जेडीयू के ओम प्रकाश अग्रवाल* ने बताया कि देश में 2012 से जिस झूठे प्रोपेगडा राजनीति की शुरूआत हुई जिसकी उपज केन्द्र में मोदी सरकार रही। हर मोर्च पर नाकामयाब वह सरकार दंभ, दमन, प्रतिशोध सरकारी एजेन्सियों के दुरुपयोग पर चल रही है। देश के उल्लंत मुद्दों से ध्यान भटकाने की जिम्मेदारी दो यार मित्र पूजीपतियों की स्वामित्व वाली इलेक्ट्रानिक मीडिया ने ले रखी है किसी घपले-घोटाले पर कोई चर्चा नहीं। चाहे राफेल डील हो या अडानी पर खुलासे बड़े आदमी के 13 हजार करोड़ पास होने की बात कहने या आरबीआई और नोट प्रिंटिंग प्रेस के रास्ते 88 हजार करोड़ गायब होने का तथ्य ऐसे तमाम घोटालों की कोई जांच नहीं की गई। सब कालीन के नीचे दबा दिए गए और दावा ईमानदार सरकार देने का स्वतंत्र आवाज और निष्पक्ष पत्रकारिता का गला घोंटा गया और असहमत बुद्धिजीवियों पर झूठे केस लादे गए। असहमति की आवाज को दबाया गया। एजेन्सियों के माध्यम से प्रताड़ित कर भय का वातावरण निर्मित किया गया। जानकार इसे अघोषित आपातकाल की सज्ञा दे रहे हैं। 


*सीपीएम के डॉ. विष्णू शर्मा* ने कहा कि हमारा मानना है कि पिछले 20 वर्ष खास तोर से शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्रित्व वाले सारे वर्ष ऐसे घोटालों, बेईमानियों, और भ्रष्टाचार के साल रहे है जिनकी कोई मिसाल देश तो छोड़िये दुनियाँ में भी शायद ही कही मिलती है। मुख्यमंत्री के घर में नोट गिनने की मशीन खरीदने से शुरुआत होने से ही मालूम चल गया था कि आने वाले दिनों में किस तरह की लूट होने वाली है। मेहनत करने वालों से घृणा और नफरत तो भाजपा की विचारधारा के डीएनए में है।किसान, मजदूर कर्मचारी, छोटे मंझोले व्यापारी और बैंक की की ईएमआई चुकाने के चक्रव्यूह में फसा मध्यम वर्ग इन बीस सालो मे भाजपा सरकार के मुख्य निशाने पर रहे। अच्छी शिक्षा अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं, विकास, रोजगार के साथ ही समाज में गैर बराबरी कम कम हो,यही प्रदेश में 17 नबंबर को होने वाले विधान सभा चुनाव में मुख्य मुद्दे है। भाजपा सरकार युवा किसान, मजदूर, महिला, दलित आदिवासी, व्यापारी विरोधी रही है। इसलिये इन चुनावों के अवसर पर गुना जिले के प्रबुद्ध नागरिकों मेहनतकशो से अपील है कि देश, संविधान, लोकतंत्र, परस्पर सद्भाव व युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए 17 नबंबर को होने वाले इन चुनावों में बीजेपी को हराना जरूरी है।


भवदीय


 गुना विकास मंच जिला गुना