रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी हमले में ईरान के परमाणु ठिकाने पूरी तरह से नेस्तनाबूत नहीं हुए हैं। इसके बाद से ही ट्रंप प्रशासन के दावों पर सवाल उठने लगे। अब इस पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात रखी है।
इजरायल और ईरान के बीच सीजफायर होने के बाद जहां अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस सफलता का श्रेय बटोरने में जुटे हुए हैं वहीं अमेरिका के उन दावों पर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई उनके बम वर्षक विमानों ने ईरान के परमाणु ठिकानों को नेस्तनाबूत कर दिया है या फिर वह अपनी कोशिशों में नाकाम रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उन खुफिया आकलनों के रिपोर्ट पर विरोध जताया है जिनमें ईरान के परमाणु ठिकानों को नष्ट करने के अमेरिकी सरकार के दावों पर संदेह जताया गया है।
सबसे सफल सैन्य हमले को नीचा दिखाने की कोशिश
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन अखबारों का नाम लेते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा-इतिहास के सबसे सफल सैन्य हमलों में से एक को नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है। ईरान में परमाणु स्थल पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। (दो अखबारों का नाम लेकर ) दोनों को जनता द्वारा कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, अमेरिका के इन दो बड़े अखबारों ने एक खुफिया रिपोर्ट के आकलन के आधार पर अमेरिकी सरकार द्वारा ईरान में लिए गए एक्शन पर सवाल उठाया था। इस रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप प्रशासन द्वारा ईरान में न्यूक्लियर ठिकानों पर बमबारी कर उसे पूरी तरह से नष्ट करने की खबर सही नहीं है। ईरान के परमाणु ठिकाने पूरी तरह से नेस्तनाबूत नहीं हुए हैं। इसके बाद से ही ट्रंप प्रशासन के दावों पर सवाल उठने लगे। अब इस पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात रखी है।
बी-2 बॉम्बर्स का वीडियो किया शेयर
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया ट्रूथ पर एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें अमेरिकी बमवर्षक विमान बी-2 को उड़ान भरते और बमबारी करते हुए दिखाया गया है। इस खास बमवर्षक विमानों की खूबियां और मारक क्षमता भी वीडियो में नजर आ रही है। इस वीडियो के बैकग्राउंड में एक पुराना गाना चल रहा है। इससे पहले अमेरिका ने ऑपरेशन मिडनाइट हैमर का एक वीडियो जारी किया था। इस ऑपरेशन के जरिए सात बी-2 बॉम्बर्स ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया था। करीब 37 घंटे की उड़ान में MOP बमों और टॉमहॉक मिसाइल का इस्तेमाल किया था बता दें कि 22 जून को अमेरिका ने ईरान के तीन बड़े परमाणु ठिकानों को निशाना बनाकर एक बड़ा हमला किया था। राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया था कि ईरान के फोर्दो, नतांज और इस्फहान स्थित परमाणु ठिकानों पर बमबारी कर उन्हें नष्ट कर दिया है। बाद में ईरान ने भी इस दावे की पुष्टि करते हुए कहा था कि उसके तीन परमाणु ठिकानों पर हमला हुआ है।