लोकेशन
नाैरोजाबाद //उमरिया
समय पर उपचार न मिलने से दो मां की बच्ची की गई जान,
विकास के दावे हुए खोखले
उमरिया जिले के नाैरोजाबा बाद का एक मामला प्रकाश में आया है यहां के विधायक एवं सांसद करते हैं विकास के बड़े-बड़े दावे
मगर यहां जमीनी हकीकत कुछ और बयां करती है यहां स्वास्थ्य को लेकर बड़े-बड़े वादे हुए फेल
क्या कसूर था उसे दो मां की बच्ची का उसने अभी-अभी इस दुनिया में कदम रखा था
अगर समय पर हो जाता इलाज बच सकती थी बच्ची की जान
नगर नाैरोजाबाद के स्वास्थ्य केंद्र में आज भी स्वास्थ्य सुविधा बेहतर नहीं है ना तो इस स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों से संबंधित डॉक्टर हैं और ना ही स्वास्थ्य संबंधित उचित सुविधा
अगर आपको उचित उपचार कराना हो तो शहडोल या जबलपुर जाना पड़ता है आखिर क्यों जिले में बैठे जिला स्वास्थ्य अधिकारी क्यों नहीं दे रहे ध्यान
क्या इसी प्रकार से चलता रहेगा स्वास्थ्य सिस्टम ऐसी कई घटना है जो नगर नाैराेबाद में हो चुकी है
कई घरों के मासूम चिराग बुझ चुके हैं अगर इस स्वास्थ्य सिस्टम काे सुधरा नहीं गया तो और भी घरों से बुझ सकते हैं चिराग
स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर के न होने की वजह से हो जाते हैं बड़े-बड़े हादसे स्वास्थ्य केंद्र के माने जाने डॉक्टर के एल बघेल तो हॉस्पिटल में मिलते नहीं ।
स्वास्थ्य केंद्र ताेआज कई जमाने से बना है मगर आज तक वहां डॉक्टर की कमी बनी रहती है डॉक्टर की कमी पूरी नहीं कर पा रहे हैं माननीय
और स्वास्थ्य शिक्षा रोजगार को लेकर करते हैं बड़े-बड़े वादे इन वादों का क्या जो वादे पूरी तरह से खोखले हैं
क्या कसूर था उस 2 माह की बच्ची का समय में उपचार की सुविधा न मिल पाने से मासूम बच्ची की गई जान।
काश स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों से संबंधित डॉक्टर उपलब्ध होते तो ऐसी घटना ना हो पाती
मदनलाल बर्मन की रिपोर्ट