स्लग :--- श्री गजानन जी महाराज अंबिका आश्रम बालीपुर धाम में भागवत कथा प्रारंभ हुई।
गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर भागवत कथा 14 जुलाई से 20 जुलाई तक चलेगी ।
मनावर धार से हर्ष पाटीदार की रिपोर्ट।
विओ : --
भारतीय सनातन संस्कृति की परिकाष्ठा के अंतर्गत श्री अंबिका आश्रम श्रीबालीपुरधाम के परमहंस परम पूज्यनीय 1008 श्रीगजानन जी महाराज की आशीर्वाद से एवं श्री योगेश जी महाराज एवं सुधाकर जी महाराज के सानिध्य में भागवत कथा के तृतीय दिवस पर कथावाचक बृजकांत नागर जी महाराज ने कहा कि मां की ममता अति प्रिय है। इस संसार में माँ से बढ़कर कोई नहीं है ।मां के आशीर्वाद से बालक कैसा भी हो उसको संस्कारिक करने की पूरी कोशिश करती है ।और उसको अपने धर्म के प्रति श्रद्धावान बनाती है ।भारतीय सनातन में संस्कृत और संस्कृति की परिभाषा को मां ही एक बच्चे को समझा सकती है। संसार बहुत बढ़िया है।संसार में रहकर अच्छे कर्म करने पर नरक नहीं जाना पड़ता है । वेदों के दोहों के माध्यम से भी श्रवण कर्ताओं को धर्म कार्यों के प्रति जोड़ने हेतु प्रेरित किया ।
उल्लेखनीय है कि वर्षभर में श्री अंबिका आश्रम श्रीबालीपुरधाम में भारतीय सनातन संस्कृति से जोड़ने हेतु एवं अपने धर्म में बनाये रखने हेतु धार्मिक कार्यक्रम गुरुदेव करवाते रहते हैं।संसार में पशु पक्षियों के लिए भंडारा नहीं होता है, फिर भी वह सूखी रहते है और भगवान की प्रार्थना करते हैं । भागवत कथा 14 जुलाई 20 जुलाई तक चलेगी। कंचन काया के दृष्टांत पर श्री महाराज जी ने कहा कि संसार में मनुष्य को नर्क में नहीं जाना पड़ता है इसके बदले में ,,मनुष्य को अच्छे कार्य करना चाहिए। कथा सुनने जो भी जाता है और अच्छे मन से कथा सुनता है और लोगों को सुनाता है ।वह एक अशवमेघ यज्ञ का फल प्राप्त करता है । श्री महाराज जी ने आगे बताया कि चरण का बड़ा महत्व है।गुरु के चरण रज की धुली अगर मस्तिष्क और शरीर पर लगाता है तो वह ज्ञानी बन जाता है। भजनों की प्रस्तुति भी दी गई। केशव जी पाटीदार, माधव जी ,नवनीत पाटीदार ,रेवा,नारायण काग,एवं धर्मपत्नी ,नवनीत पाटीदार, रुक्मणी राठौर, दुर्गा पाटीदार , अर्जुन, ,पुरुष ,एवम महिला भक्त कथा सुनने में उपस्थित थे। उक्त जानकारी सतगुरु सेवा समिति के जगदीश पाटीदार ने दी।