स्लग:--' भटटयान वाले बाबा की जीवन गाथा अनेक साधुओं से भिन्न है।
केवल ₹ 10 /-की रसीद कटती है।
पूरा जीवन रामायण स्वाध्याय में बीत रहा है।
मनावर धार से आशीष जौहरी की रिपोर्ट।
विओ:--भट्याण वाले बाबा सियाराम बाबा निमाड़ के सुप्रसिद्ध एवं लगभग समुचे हिन्दुस्तान में अपनी राम भक्त हनुमान जी के परम भक्त के साथ वर्तमान मानव समाज उन्ही को हनुमान जी का अवतार कहने लगे हैं। जिन्हें सियाराम बाबा भट्याण के नाम से जाना जाता है।
खरगोन जिले का कसरावद से पिपलगोन ओर 5 किलोमीटर अंदर भट्याण मां नर्मदा तट पर। विराजित निवासित बाबा सियाराम
हाल ही में भक्तगण सहित बाबा के दर्शन आशीर्वाद लेने हेतु बाबा के चरणों में उपस्थित दे रहे है।
तब वहां से जाना की बाबा काफी वर्षों से उक्त स्थान पर निवासरत है और निरंतर राम जी सेवा में, भक्त हनुमान सेवा में लिन रहते हैं।
बारह महीने 24 घंटे मेसे दिन चर्या का समय छोड़कर रामायण वाचन करते रहते हैं।
साथ ही जानकारी में आया कि बाबा भक्तों से केवल इश्वरीय सेवा में 10 रू का समर्पण राशि लेते हैं।ओर हम भी स्वयं दे कर आये।
बाबा स्वं इश्वरीय रूप ले चुके हैं इस समय बाबा की उम्र 100 वर्ष से अधिक बताई जा रही है। इतनि उम्र ओर निस्वार्थ जीवन कोई दो मत नहीं,यह साक्षात इश्वर ही है।वैसे हर उस व्यक्ति में इश्वर वास करता है जो निस्वार्थ मानव सेवा समाज सेवा में कार्य करता है।
बाबा सियाराम जी द्वारा नागलवाड़ी भिलट देव मंदिर नव निर्माण में बहुत बड़ी राशि का सहयोग दान किया गया है। ओर निरंतर सहयोग प्रदान करते रहते हैं।
विशेष - जब भक्तो ने बाबा सियाराम जी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया दिल दिमाग आत्मा को एक अलग सा खुशियों भरा एहसास महसुस किया।
भारतीय मानवाधिकार न्याय सुरक्षा परिषद के जिला अध्यक्ष संदीप जाजमे ने दी।