नेशनल लोक अदालत में अवसर महिला सुरक्षा शाखा जिला राजगढ में सुनवाई के दौरान प्रथक-प्रथक रह रहे 10 परिवारों को आपस में मिलवाया*
रिपोर्टर,अमन इंकलाबी (राजगढ़)
पति पत्नी के बीच मनमुटाव के चलते हो गई थी दूरियां, गिले-शिकवे दूर कर फिर हुए एकजुट।
नेशनल लोक अदालत के अवसर पर माननीय प्रथम न्यायाधीश न्यायालय राजगढ़ द्वारा महिला सुरक्षा शाखा जिला राजगढ़ को आपसी पति-पत्नी के निराकरण हेतु खंडपीठ क्रमांक 27 का गठन किया गया था। जिसमें पुलिस अधीक्षक राजगढ़ श्री आदित्य मिश्रा (भापुसे) के निर्देशानुसार एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आलोक कुमार शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में गठित कमेटी में पीठासीन अधिकारी श्री अरविन्द सिंह राठौर उप पुलिस अधीक्षक महिला सुरक्षा शाखा राजगढ, अधिवक्ता श्री भगवान सिह व महिला थाना प्रभारी श्रीमति राधिका भगत के द्वारा 10 प्रकरणों की सुनवाई की गई जिनमें से 07 प्रकरणों में आपसी पति-पत्नी के मनमुटाव के कारण प्रथक प्रथक रह रहे थे, जिन्हें समझाइश परामर्श देने उपरांत पुरानी सभी बातों को भुलाकर पुनः एक साथ रहने को तैयार हुए जिसमें 07 परिवारों का घर विघटन होने से रुका, 03 प्रकरण में आपसी राजीनामा ना होने के कारण दोनो पक्षो को माननीय न्यायालय की सलाह दी गई।
उक्त 10 प्रकरणों मे से एक प्रकरण ऐसा था, जिसमें आवेदिका विगत 01 वर्ष से पति के साथ घरेलू बातो को लेकर मन मुटाव हो गया था एवं डिलेवरी के बाद से ससुराल नही गई थी अपने मायके में रह रही थी, जिसको गठित कमेटी के सदस्यो द्वारा पत्नि को समझाइश उपरांत पति ने बात कमेटी सदस्यों के समक्ष रखी जिस पर से दोनो ही पक्षो द्वारा आपसी सुलहवार्ता के माध्यम से समझौता किया गया एवं स्वेच्छा से अपना वैवाहिक जीवन का निर्वाहन करने व एक साथ रहने की शपथ ली गई।