न्यूज़ नेशन 81 जिला संवाददाता अभिषेक अग्रवाल
उमरिया जिले में अवैध शराब का कारोबार इन दोनों बेलगाम हो गया है दो पहिया चार पहिया वाहनों में घूम-घूम कर शराब की पकड़ी हो रही है, जगह-जगह होटल ढाबों में शराब पड़ोसी जा रही है, शराब माफिया बेधड़क शराब का अवैध कारोबार करने में लगे हुए हैं ।
सड़क से सोशल मीडिया तक हर जगह शराब का ही जलवा है, उमरिया जिले में अवैध शराब काकारोबार ऐसा हो गया है जैसे किसी ठेले में मूंगफली दिख रही हो, शराब माफियाओं को प्रशासन का डर ही नहीं है, कई जगह पर शराब एमआरपी से भी 20 से 80 रुपए अधिक कीमत पर बेची जा रही है,
ढाबे बने दारू अड्डा, होटल और ढाबा में शराब परोसा ना इस समय आम बात हो गई है, उमरिया जिले में आबकारी विभाग एवं पुलिस विभाग दोनों मौजूद हैं कहीं ना कहीं माफियाओं को इनका संरक्षण मिला हुआ है, शराब माफिया को कार्यवाही से पहले ही पूरी जानकारी होती है कि कब और कहां रेड पढ़नी है ।
भारत जहां एक और युवा प्रधान देश है और युवाओं को भारत का भविष्य कहा जाता है लेकिन आज भारत का भविष्य घोर नशे के जाल में फस चुका है कहीं पर भी आजकल नशा आम सा दिखने लग गया है, अवैध शराब की पहुंच गांव-गांव, मोहल्ले मोहल्ले तक है, अब तो स्कूल कॉलेज की छात्र--एछात्राएं भी इसकी चपेट में आ गए हैं, अपराधों की बहुतरी से परिवार कला और सामाजिक अवस्थाएं जैसी समस्या बढ़ती जा रही है, कई घर टूट रहे हैं प्रतिदिन विवाद हो रहे हैं, लेकिन विभागीय निष्क्रियता हर खतरे को नए अंदाज करती नजर आती है, जहां आज हम एक और विकसित भारत की बात कर रहे हैं तो क्या नशे के साथ ही हम विकसित भारत की ओर आगे बढ़ेंगे जब भारत का युवा पीढ़ी नशे के कारण अपना घर बर्बाद कर लेगा तो क्या हम विकसित भारत की ओर बढ़ पाएंगे, प्रशासनिक मानसा की ओर यह सब सवाल खड़ा करती है, जब तक प्रशासन के लोगों का साथ माफिया के साथ नहीं होगा तब तक अवैध नशे का कारोबार नहीं बढ़ सकता, देखते हैं प्रशासन कब तक जागता है और कब अवैध शराब पर प्रतिबंध लगाता है ।