पुठरी गांव में हृदयविदारक हादसा – विद्युत करंट से श्री कल्लू शर्मा जी के दो पुत्रों का दर्दनाक निधन - NN81

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पुठरी गांव में हृदयविदारक हादसा – विद्युत करंट से श्री कल्लू शर्मा जी के दो पुत्रों का दर्दनाक निधन - NN81

27/05/2025 | मई 27, 2025 Last Updated 2025-05-27T07:40:47Z
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न्यूज़ नेशन 81

रिपोर्टर: सपना वर्मा

लोकेशन:: पुठरी, जिला फर्रुखाबाद 



विकासखंड मोहम्मदाबाद के ग्राम पुठरी में सोमवार की दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। गांव के प्रतिष्ठित नागरिक श्री कल्लू शर्मा जी के दो मासूम पुत्रों का आकस्मिक निधन विद्युत करंट लगने से हो गया। यह हादसा इतना हृदयविदारक था कि जिसने भी सुना, उसकी आंखें नम हुए बिना न रह सकीं।


बारिश बना काल


बताया जा रहा है कि सोमवार की दोपहर गांव में हल्की बारिश हो रही थी। बारिश के चलते सड़कें गीली हो चुकी थीं और बिजली के खंभों (पोल) में नमी के कारण करंट उतर आया था। गांव के कुछ बच्चे, जिनमें श्री कल्लू शर्मा जी के दोनों पुत्र भी शामिल थे, अपने घर के सामने की गली में खेल रहे थे। खेलते-खेलते उन्होंने पास लगे लोहे के बिजली के पोल को पकड़ लिया। बच्चों को यह अंदाजा भी नहीं था कि उस पोल में जानलेवा करंट उतर आया है।


जैसे ही बच्चों ने पोल को छुआ, तेज झटका लगते ही दोनों ज़मीन पर गिर पड़े। बच्चों की चीख सुनकर आसपास के लोग दौड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उन्हें तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।


गांव में पसरा मातम


इस दुर्घटना की सूचना पूरे गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई। हर तरफ मातम छा गया। श्री कल्लू शर्मा जी, जो गांव में एक ईमानदार और मेहनती व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं, अपने दोनों बेटों को खोकर बदहवासी की हालत में हैं। मां का रो-रो कर बुरा हाल है। हर किसी की आंखों में आंसू हैं और दिल में सवाल – इतनी बड़ी लापरवाही क्यों हुई?


बिजली विभाग पर उठे सवाल


इस हृदयविदारक घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते पोलों की मरम्मत की गई होती, तो शायद आज ये दो मासूम जिंदगियां हमसे न जातीं।

ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए, ताकि उनका कुछ सहारा बन सके।

समाज का सवाल: बच्चों की सुरक्षा कौन देखेगा?

यह सिर्फ एक गांव की घटना नहीं है। यह सवाल पूरे समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी है – क्या हम अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर इतने लापरवाह हो चुके हैं? क्या हमारी व्यवस्थाएं इतनी कमजोर हैं कि दो मासूम जानें यूँ ही एक बिजली के पोल से जाती रहेंगी?

यह घटना केवल श्री कल्लू शर्मा जी का निजी दुःख नहीं, बल्कि पूरे समाज का सामूहिक दुख है। हम सब ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह शोक संतप्त परिवार को इस असहनीय पीड़ा को सहने की शक्ति दे। उन मासूम आत्माओं को अपने चरणों में स्थान दे।