लोकेशन राजगढ़ से रिपोर्टर पवन अहिरवाल
मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ (अजाक्स) का प्रांतीय अधिवेशन दिनांक 8 जून 2025 को राजधानी भोपाल स्थित हिंदी न्यास भवन (श्यामला हिल्स)में गरिमामय एवं प्रेरक वातावरण में संपन्न हुआ। यह अधिवेशन संगठन के सामाजिक, प्रशासनिक एवं वैचारिक दायित्वों के निर्वहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव सिद्ध हुआ। समूचे प्रदेश से आए अधिकारियों, कर्मचारियों, समाजसेवियों एवं विचारशील व्यक्तियों की सक्रिय सहभागिता ने इस आयोजन को विशेष बना दिया।
अधिवेशन में अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग, मध्यप्रदेश शासन श्री जे.एन. कंसोटिया सा.(IAS) अध्यक्षता के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ नगर निगम भोपाल के अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी,विशिष्ट अतिथि,के रूपये उपस्थित रहें अजाक्स के प्रांतीय उपाध्यक्ष, प्रान्तीय महासचिव एवं सभी संभागीय अध्यक्ष एवं जिला अध्यक्षों समेत बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता भी इस अवसर पर उपस्थित थे। कार्यक्रम का वातावरण विचारों, अनुभवों एवं भविष्य की योजनाओं से सराबोर था।
प्रदेश के महासचिव (प्रशासन)श्री एस. एल. सूर्यवंशी ने संघ के द्वारा वर्ष भर किए गए कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संघ ने संगठन निर्माण, सामाजिक न्याय, प्रशासनिक सुधार, सामुदायिक विकास, एवं विभिन्न स्तरों पर व्याप्त सामाजिक भेदभाव को दूर करने हेतु कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। वार्षिक लेखा का ब्यौरा प्रस्तुत करते हुए उन्होंने संघ की पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को रेखांकित किया।
इसके अतिरिक्त, श्री एम. प्रसाद, श्री एम. सी. अहिरवार, श्री गौतम पाटिल, श्री जी. एल. गुबटिया, श्री राजवीर अग्निहोत्री एवं श्रीमती निर्मला पाटिल ,बंशीलाल धनवाल,करण भगत,रामकलेश साकेत,डीपी चौधरी,श्री दोहरे ग्वालियर,अजय सोनकर ,प्रियंका जाटव(प्रदेश अध्यक्ष अजाक्स छात्र संघ),ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि अजाक्स की विचारधारा केवल पदोन्नति या बैकलॉग जैसे प्रशासनिक मुद्दों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक न्याय, अंबेडकर विचारधारा के प्रचार-प्रसार, एवं समाज के कमजोर वर्गों को स्वरोजगार एवं शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने में भी समान रूप से सक्रिय है।
श्री किशन सूर्यवंशी जी ने अपने उद्बोधन में अजाक्स को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि संगठन का कार्य केवल एक सीमित दायरे में न रहकर जन-जन तक पहुँचना चाहिए। उन्होंने युवाओं को विशेष रूप से संगठन से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री कंसोटिया जी ने अपने प्रेरक संबोधन में सुझाव दिया कि संगठन के सदस्य केवल पदोन्नति और बैकलॉग जैसे मुद्दों तक सीमित न रहें, बल्कि रोजगार सृजन की दिशा में भी प्रभावशाली कार्य करें। उन्होंने विशेष रूप से श्री अनिल सिरवैया (भोपाल) एवं श्री करण भगत (इंदौर) के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि अंबेडकर विचारधारा को गांव-गांव तक पहुँचाया जाए। ‘अजाक्स चला गांव की ओर’, ‘हर-हर अंबेडकर’, ‘घर-घर अंबेडकर’, ‘Thank You Ambedkar’ जैसे अभियान चलाकर समाज में जागरूकता लाई जाए।
श्री डी. पी. चौधरी (सिंगरौली) एवं श्री रामकलेश साकेत (सतना) के करियर काउंसलिंग प्रयासों की विशेष सराहना की गई। इन प्रयासों के माध्यम से सैकड़ों युवाओं को शिक्षा एवं रोजगार के नए मार्गों की जानकारी मिली है। इन उदाहरणों से यह स्पष्ट हुआ कि संगठन के सदस्य प्रशासनिक सेवा के साथ-साथ समाज सेवा में भी उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष -राजगढ़ द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि राजगढ़ जिले कि तहसील सारंगपुर से 51000/-एवं राजगढ़ तहसील से 21000/- रूपये कुल एक लाख रूपये प्रांतीय कोष में अतिशीघ्र जमा करने को कहा,साथ ही हमारे 55 जिले है, प्रत्येक जिलें से एक- एक लाख रूपये देने का आह्वान किया,साथ ही उन लोगों को भी हिदायत दी की संगठन के चुनाव आने पर वे सक्रिय हो जाते है, संगठन का सहायोग करने की बात आती है,तब वे निष्क्रिय हो जाते हैं, हमे ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिऐं ।
कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण एवं प्रेरक क्षण तब आया जब सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 49 व्यक्तियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। यह पहल भी संगठन के नए दृष्टिकोण को दर्शाती है, जिसमें कर्मठ एवं समर्पित सदस्यों के योगदान को सार्वजनिक रूप से मान्यता दी जा रही है। यह सम्मान उन लोगों के लिए भी प्रेरणा बनेगा जो संगठनात्मक एवं सामाजिक गतिविधियों में संलग्न हैं।
माननीय जे. एन. कंसोटिया साहब एक बार पुनः प्रांतीय अध्यक्ष, मध्यप्रदेश अजाक्स निर्वाचित होने पर सभी 55 जिलों के अध्यक्षों एवं सदस्यों ने हर्षपूर्वक बधाई दी।
उनके नेतृत्व में संगठन ने सामाजिक न्याय, रोजगार सृजन एवं अंबेडकर विचारधारा के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय कार्य किया है। पुनः अध्यक्ष चुने जाने से संगठन को नई ऊर्जा एवं दिशा मिलेगी। समस्त संगठन परिवार ने उनके सफल कार्यकाल की कामना की।
अधिवेशन के दौरान सभी संभागीय अध्यक्षों एवं जिला अध्यक्षों ने अपने-अपने क्षेत्रों की गतिविधियों एवं प्रगति की जानकारी साझा की। इससे यह स्पष्ट हुआ कि अजाक्स के कार्य अब प्रदेश के कोने-कोने तक पहुँच रहे हैं और संगठन में नई ऊर्जा का संचार हो रहा है।
कार्यक्रम के समापन सत्र में सभी को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी गईं। मंच संचालन का कार्य श्री घनश्याम भकोरिया ने अत्यंत प्रभावशाली ढंग से संपन्न किया। श्री विजय श्रवण ने मंच प्रबंधन का कार्य अत्यंत कुशलता से संभाला, जिससे पूरा कार्यक्रम सुव्यवस्थित एवं गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ।
यह अधिवेशन संगठन की दिशा एवं दृष्टि को स्पष्ट करने वाला सिद्ध हुआ। यह साबित हुआ कि यदि समर्पण, साहस एवं विचारशीलता के साथ कार्य किया जाए तो संगठनात्मक सीमाओं को लांघ कर व्यापक सामाजिक प्रभाव डाला जा सकता है। इस अधिवेशन ने न केवल संगठन को नई ऊर्जा दी, बल्कि उपस्थित सभी सदस्यों को सामाजिक परिवर्तन हेतु प्रेरित भी किया। कार्यक्रम की सफलता इस बात का संकेत है कि अजाक्स अपने उद्देश्यों की पूर्ति हेतु सही दिशा में अग्रसर है और भविष्य में समाज को एक नई दिशा देने में महती भूमिका निभाएगा। जिले से उपस्तिथ्- दिनेश जोनवाल,देवेन्द्र जाधव,नरेन्द्र जाधव,जुगराजसिंह वर्मा, रोडीलाल वर्मा,कैलाशचन्द्र मालवीय सारंगपुर, रामप्रसाद वर्मा,गंगाधर मेघवाल,एवं जिले से सैंकडों पदाधिकारी उपस्थित हुऐं ।