ताल मध्यप्रदेश
दीपक सोनी
कहने को तो यह आयुर्वेदिक ( आयुष ) हॉस्पिटल है लेकिन डॉ कमलेश यहां पर एलोपेथीक दवाओं से इलाज करतें है. ऐसा हीं एक मामला सामने आया जिसमें डॉ कमलेश ने 3 साल के बच्चें का इलाज एलोपेथीक पद्द्ति से किया, इलाज के पहले न तो बच्चें का वजन किया औऱ नहीं उसका प्रॉपर चेकप किया उसको जों दवाई लिख दी वह भी हेवी डोज की लिखकर दे औऱ वो दवाई छोटे बच्चें को नहीं दी जाती फिर भी लिखकर दे दी जिसके बाद बच्चें को इन्फेक्शन हो गया. इन्फेक्शन के बाद ज़ब बच्चें का पिता अस्पताल में डॉ के पास गया तो वह इधर उधर की बात करने लगा, जिसके बाद पीड़ित पिता ने cm हेल्पलाइन पर इसकी शिकायत की औऱ इसके अलावा कई जगह शिकायत की लेकिन अभीतक कोई कार्यवाही नहीं हुई। पूर्व में डॉ कमलेश की कार्यप्रणाली. को लेकर अधिकतम ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों ने शिकायते भी की लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई. पिछले साल सितंबर माह में डॉ कमलेश की. शिकायत हुई थी उसमे फंड के दुरूपयोग, पेंशनर कर्मचारियों को शासन की योजना औऱ सहायता से वंचित रखना, खरीदी में गड़बड़ी करना सहित कई मामलों में शिकायत हुई लेकिन अभीतक इस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। उज्जैन से महिला अधिकारी जाँच करने भी आई थी लेकिन जाँच करके चली गई... लेकिन हुआ कुछ नहीं
हर इंसान डॉ पर भरोसा करता है लेकिन अगर डॉ लापरवाह है तो अधिकारी अपने कर्त्तव्य को क्यों नही निभा रहे क्या ये मामला लेदेके जांच का उचित परिणाम नही दे रहे है