रायगड़ जिला (महाराष्ट्र ) से शकील वारुनकर की रिपोर्ट
नेरल शहर मे रायगड जिल्हा परिषद उर्दू स्कूल है, इस स्कूल मे तकरीबन 200 के करीब बच्चे तालीम हासील करणे दूर दूर से आते है .
इस स्कूल के ग्राउंड के अंदर 1 अंगणवाडी स्कूल भी है. जिसमे छोटे छोटे मासूम बच्चे भी तालीम हासील करने आते है.
स्कूल के ग्राउंड मे बारिश के दिनों पानी जमा रहता है उस जमे हुए पानी मेसे ही स्कूल में आने जाने का रास्ता है.जिसकी वजह से गंदगी और बिमारी फैलने का डर बच्चो के माँ बाप को सता रहा है .
इस बारेमे नेरल ग्रामपंचायत स्कूल के प्रेसिडेंट और हेड सर शाहनवाज धोंगरे ने कई मरतबा ग्रामपंचायत को लिखित शिकायत भी की है.
मगर फिर भी कोई ग्रामपंचायत अफसर इस तरफ ध्यान नही दे रहा.
आखीर नेरल ग्रामपंचायत कब इस तरफ ध्यान देगी.
गट शिक्षण अधिकारी, कब कर्जत तहसील के स्कूल का दौरा करेगे.
नेरल शहर के शहर वासियो मे 1 ही बात की चर्चा होरही है की जो अधिकारी जिम्मेदार है क्या वो सिर्फ चुप्पी साधेंगे या फिर स्कूल का दौरा करके समस्या का हल भी निकालेंगे.
ये छोटेबच्चे जो अपने भारत देश का आने वाला कल यानी भविष्य है इनको तालीम हासील करने के लिये अच्छी सहुलते भी कभी मिलेगी या नहीं, ये हर उस मासूम बच्चो के मा-बाप का सवाल है.