छत्तीसगढ़ कोरबा से अजय तिवारी की रिपोर्ट
सड़क एवं नाली निर्माण के कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराएं: कलेक्टर
निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में निर्माण विभागों की समीक्षा बैठक लेकर स्वीकृत व अपूर्ण निर्माण कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा निर्वाचन को ध्यान में रखते हुए सभी निर्माण विभाग सीसी रोड निर्माण, नाली निर्माण जैसे छोटे निर्माण कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराएं। साथ ही स्कूलों एवं आश्रम-छात्रावासों के मरम्मत कार्य को भी गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द पूर्ण करें। इस हेतु उन्होंने आरईएस एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने नगरीय निकाय, पीएमजीएसवाई, पीडब्ल्यूडी, सेतु विभाग, आरईएस, आदिवासी विकास विभाग, गृह निर्माण विभाग, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी आदि के विभागीय कार्यों, डीएमएफ मद के कार्यों तथा सीएसआर मद के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की तथा विभागों में स्वीकृत व अप्रारंभ कार्यों को शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्थल विवाद के कारण निर्माण कार्यों में अनावश्यक विलंब नहीं होना चाहिए। इस हेतु स्थल विवाद के प्रकरण संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार के सहयोग से प्राथमिकता से निराकृत करा लिए जाएं जिससे निर्माण कार्य शीघ्रता से पूर्ण किए जा सकें। साथ ही सभी विभागीय अधिकारी निर्माण कार्यों में लगे क्रियान्वयन इकाई की समय-समय पर बैठक लेकर कार्य प्रगति की समीक्षा करें।
स्कूल जतन योजना के तहत विद्यालयों के जीर्णोद्धार कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि जीर्णोद्धार कार्य फरवरी माह तक पूर्ण कर लिए जाएं। उन्होंने मुआवजा भुगतान से संबंधित सड़क निर्माण या अन्य निर्माण कार्य को मुआवजा भुगतान के बाद ही प्रारंभ करने की बात कही। ग्राम पंचायतों में शासकीय निर्माण कार्यों के लिए भूमि अनुपलब्धता या भूमि विवाद की जानकारी संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के संज्ञान में लाकर निराकृत किए जाएं। कलेक्टर ने विद्युत विभाग को जिले में विद्युत विहीन बसाहटों का सर्वेक्षण कर बिजली सुविधा उपलब्ध कराने निर्देश दिए। बैठक में निगम आयुक्त सुश्री प्रतिष्ठा ममगाई, सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग श्रीकांत कसेर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।