छत्तीसगढ़ पोड़ी उपरोड़ा
रिपोर्ट :- नानक राजपूत
*गुरसिया मे पांच दिवसीय अक्षत कलश यात्रा समापन, संत परमात्मा नन्द महराज जी हुए शामिल,*
पोड़ी खंड मे पांच दिनों कि अक्षत कलश यात्रा का आज गुरसिया मे समापन हुआ समापन समारोह मे संत परमात्मा नन्द महराज जी, विभागसह संघ चालक किशोर बुटोलिया जी, कोरबा जिला कार्यवाह कैलाश नहक जी, व हजारों कि संख्या मे राम भक्त उपस्थित हुए, इस भव्य कार्यक्रम के प्रभारी वीरेंद्र मरकाम, दीपक अग्रवाल, समिति के अध्यक्ष प्रकाश राजपूत व यात्रा व्यवस्था मे सभी स्वयं सेवकों कि मुख्य भूमिका रही, दरसल 500 वर्षो के कठिन तपस्या व लाखो हिन्दुओ के बलिदान से बन रहे अयोध्या मे श्री राम मंदिर का उद्घाटन व श्री राम लला का प्राण प्रतिष्ठा हो रहा, जिसका उत्साह देश भर मे व्याप्त है, सभी राज्यों के प्रत्येक जिलों व ग्रामो मे राम भक्त अयोध्या से आये अक्षत पत्रक चित्रक कों घर घर पंहुचाक़र निमंत्रण दे रहे हैं, इस उत्साह कों और व्यवपाक बनाने के लिए पोड़ी खंड के स्वयं सेवकों द्वारा श्री राम जन्म भूमि सेवा महोत्सव समिति के माध्यम से खंड के 214 ग्रामो मे भ्रमण क़र अक्षत कलश यात्रा निकाली गई, यह यात्रा 9 जनवरी से 13 जनवरी तक चली, जो कि ग्राम अरसिया मे विधि विधान से हवन पूजन से प्रारम्भ क़र पांचवे दिन ग्राम गुरसिया मे भव्य समापन किया गया, जगह जगह भक्तो ने इस रथ का जोर दार स्वागत किया गया, भक्ति कि भावना शहरी क्षेत्रो के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रो मे अधिक देखि गई, ग्रामीण अपने अपने घरो के बाहर सुंदर रंगोलीया बनाकर दीप प्रज्वालित किये हुए दिखे, जहाँ जहाँ रथ पहुंची वहा महिला बुजुर्ग बच्चे सभी भक्ति मय धुन मे नृत्य क़र थिरकते नजर आये, कही आदिवासी समुदाय कर्मा नाच क़र स्वागत किये तो कही डंडा नृत्य क़र अक्षत कलश यात्रा का आनंद लिए,
चौथे दिन कि यात्रा मे ग्राम बसाहट के ग्राम वासियो ने यात्रा मे शामिल प्रभारीयों के पैर धोकर अभिनन्दन किया और अन्तिम दिन ग्राम गुरसिया मे यात्रा का समापन किया गया जहाँ हजारों कि संख्या मे राम भक्त मौजूद हुए, समारोह मे नाट्य रूपांतरण के रूप मे बाबरी मस्जिद के विवादित ढाँचा कों ढहाने वाले कार सेवकों कि तपस्या कों दिखाया गया दरसल 6 दिसंबर 1992 को भारत के लाखो कार सेवक अयोध्या पहुचे वहा बाबरी मस्जिद के विवादित ढाचे कों गिराया गया. इस काम में कई कारसेवकों की जान भी चली गई।
समापन समारोह मे पहुँचे संत परमात्मा नन्द महराज जी के हाथो दीप प्रज्वलित किया गया, वही उदबोधन मे संत जी अधर्मीयों व राष्ट्र विरोधियों पर जमकर बरसे कहा कि जो अधर्म करेगा उसे बक्शा नहीं जायेगा, धर्म कि जये हो व सर्व धर्म सुखिनः कि बात सनातनी ही करते हैं उन्होंने कहा पुरे भारत के हर एक मंदिरो कों अयोध्या बनाएंगे, जिस राष्ट्र कों विश्व के कल्याण के लिए विश्व गुरु बनाना है वह विश्व गुरु तभी बनेगा ज़ब यह हिन्दू राष्ट्र होगा वही धरमानतरण कों पाप कि संज्ञा देते हुए धर्मनंतरित हुए परिवार कों जल्द ही वापस लाने कि बात कही।