छत्तीसगढ़ पोड़ी उपरोड़ा
नानक राजपूत
स्लग :- कोरबा लोकसभा मे चुनावी जंग, क्या इस बार भी गोगपा रहेगी निर्णायक भूमिका मे, जानिए खास रिपोर्ट।
कोरबा लोक सभा मे भाजपा कांग्रेसी गोंडवाना पार्टी सभी ने चुनाव कि तैयारियां शुरू कर दी हैँ, लगातार बीजेपी कांग्रेस अपने अपने जीत के दावे कर रहे हैं, लेकिन ये इतना आसान भी नहीं क्युकी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी अपनी ताल ठोक दी हैँ, वही जीजीपी भी लोकसभा चुनाव मे निर्णायक भूमिका मे रहेगी।
दरसल कोरबा लोक सभा मे चुनाव का घमासान तेज हो गया हैँ, बीजेपी ने सरोज पांडे को मैदान मे उतारा हैँ जिनका लगातार जनसंपर्क जारी हैँ, वही कांग्रेस ने ज्योत्सना महंत पर फिर से विस्वास जताया हैँ, लेकिन दोनों कि राह बेहत आसान नहीं क्युकी कोरबा मे गोंडवाना पार्टी ने भी पुरे दम खम के साथ ताल ठोक रहि हैँ,
राजनीतीक जानकार के अनुसार इतिहास बताता हैँ कि ज़ब ज़ब गोंडवाना ने अपनी ताकत दिखाई हैँ सभी पार्टियों के समीकरण गड़बड़ा गए हैँ कभी कांग्रेस को फायदा मिला तो कभी बीजेपी को मजबूती मिली।
*कोरबा मे निर्णायक भूमिका रहती हैँ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी*
बताया जाता हैँ कि दो बार गोगपा के वोटो मे गिरावट हुई तो कांग्रेस को फायदा मिला एक बार गोगपा को ज्यादा वोट मिला तो बीजेपी विजय हुई।
2009 मे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 32,900 वोट हासिल किये थे जहा कांग्रेस ने जीत हासिल कि जिसमे हार और जीत का अंतर 20,700 का था वही 2014 मे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कि वोट बढ़ि और उसने 52,700 वोट हासिल किये जहा बीजेपी ने 5,700 वोट के अंतर से जीत हासिल कि थी और 2019 मे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को फिर से वोटो मे गिरावट हुई और 37400 वोट प्राप्त किये जिससे कांग्रेस को फिर से फायदा मिला और 26300 वोटो के अंतर से जीत दर्ज कराई।
राजनीतीक जानकार मानते हैं इस बार फिर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी पुरे ताकत के साथ उतरी हैँ क्युकी वर्तमान मे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के विधायक पाली तानाखार मे हैं और 2023 मे गोगपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था, लिहाजा इस बार फिर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी निर्णायक भूमिका मे रहेगी।
बीजेपी कांग्रेस ने महिलाओ को मैदान मे उतारा हैँ और वोटरों मे भी महिला वोटर कि अहम भूमिका रहती हैँ, वर्तमान मे मोदी कि लहर चल रहि हैँ जहा क्षेत्र के महिलाओ के रुझान केंद्र कि योजनाओं से मिलने वाले लाभ के तरफ जा रहि हैँ, वही कांग्रेस भी महिलाओ के उत्थान के लिए नये योजनाए लागू किये हैं जिनका फायदा भी कांग्रेस को मिल सकता हैँ, फिलहाल सभी पार्टी अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं।
कोरबा मे इस बार मुकाबला दिलचस्प होगा जहा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी निर्णायक भूमिका मे रहेगी, विधायक तुलेश्वर मारकाम सरोज पांडे को बाहरी प्रत्यासी बता रहे हैं तो दूसरी ओर ज्योत्सना महंत को निष्क्रिय होने का दावा कर रहे हैं।
अब देखना ये होगा कि मोदी कि गारंटी चलती हैँ या महंत घराना फिर से वापसी करेगी या गोगपा बड़ा फैक्टर बनके सामने आएगी।