भारत में एक तिहाई कैंसर का कारण तंबाकू- ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी
जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के पास स्थित सेवा केंद्र द्वारा विश्व तम्बाखू निषेध दिवस पर नशे से दूर रहने एवं जनजाग्रति के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। ब्रह्माकुमारी रुक्मणी दीदी ने कार्यक्रम का लक्ष्य एवं उद्देश्य व संस्थान का परिचय देते हुए विश्व तम्बाखू निषेध दिवस के बारे बताया और कहा कि विश्व में हर साल 31 मई को विश्व तम्बाखू निषेध दिवस मनाया जाता है| जिसका उद्देश्य लोगो को हानिकारक पदार्थो से बचाना एवं उससे दूर रहने के लिए जागुरुक करना है| इसके साथ ही उन्होंने संस्थान का परिचय देते हुए कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान एक विश्व व्यापी संस्थान है जिसका मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान में है। और भारत सहित विश्व के 146 देशों में इसकी हजारों शाखाएं है जिसके माध्यम से राजयोग ध्यान और आध्यात्मिक शिक्षा के द्वारा समाज में फैली विकृति और बुराईयाँ एवं नशे से दूर रहने की शिक्षा दी जाती है | इसके साथ ही आगे उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान के तहत प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय माउंट आबू का MOU साईन हुआ है जिसके तहत पूरे भारत में नशा मुक्ति हेतु जनजाग्रति के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। कार्यक्रम में उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने कहा कि व्यसन एक ऐसा मार्ग है जो धीमे जहर की तरह हमारे शरीर को नष्ट करता है उन्होंने बताया कि आज लोग डिप्रेशन, अनिद्रा, तनाव, बीती हुई दुखद घटनाओं की स्मृति, पारिवारिक कलह, बुरे संग के कारण इन नशीले पदार्थों का सेवन करने लगते हैं। भारत में एक तिहाई कैंसर का कारण तंबाकू है तंबाकू धीमे जहर की तरह कार्य करता है तंबाकू में लगभग 4000 रसायनिक तत्व रहते हैं जिसमें 400 रासायनिक तत्व हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं| तंबाकू में उपस्थित निकोटिन धीमे जहर की तरह कार्य करता है| भारतवर्ष में 3000 से 3500 हजार के बीच प्रतिदिन लोगों की मृत्यु होती है, जिसका एकमात्र कारण है, तंबाकू का सेवन, धुए सहित या धुए रहित| उन्होंने स्पष्ट किया धूम्रपान का हमारे फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है| 90% फेफड़े का कैंसर धूम्रपान के कारण होता है धूम्रपान का धुंआ धूम्रपान ना करने वाले व्यक्तियों के लिए भी 25 % हानिकारक है| साथ ही बताया आज विश्व में अधिक मात्रा में शराब का सेवन किया जाता है| 60% से अधिक सड़क दुर्घटनाओं का कारण शराब है| लंबे समय तक शराब का सेवन करने से सिरोसिस, मस्तिष्क की कार्यप्रणाली अनियंत्रित और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है| उन्होंने कहा व्यसन व्यक्ति के स्वास्थ्य पर तो बुरा प्रभाव डालते ही हैं साथ ही गृह क्लेश का कारण भी बनते हैं। और कई परिवार घर में उपस्थित एक व्यसनी की वजह से बर्बाद हो जाते हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि हम अपनी युवा पीढ़ी को इस व्यसन रुपी दलदल से बचाये। इससे छुटकारा पाने के लिए उन्होंने राजयोग ध्यान के बारे में बताया और कहा कि राजयोग के द्वारा आप सहज ही इन व्यसनो से छुटकारा पा सकते हैं। जो व्यसन से दूर हैं, वे अपने आप को मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक तथा बौद्धिक रूप से सदा काल के लिए स्वस्थ रख सकते है, अगर वह राजयोग का नियमित अभ्यास करे। राजयोग द्वारा जिन लोगो ने व्यसन छोड़ा, ऐसे 3000 लोगो का अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में यह पाया गया कि 97% जिन्होंने व्यसन छोड़ा, सदाकाल के लिए व्यसन से मुक्त हो गए कार्यक्रम के अंत में सभी को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई गई साथ ही राजयोग ध्यान का अभ्यास भी कराया गया। कार्यक्रम का सकुशल संचालन एवं आभार बी. के. अनु दीदी ने किया |