कानपुर में विश्व पर्यावरण दिवस पर शहर में कई जगह वृक्षारोपण हुआ।
महापौर प्रमिला पांडेय ने मोतीझाील स्थित गुलाब वाटिका एवं राजीव वाटिका में पौधरोपण किया गया इस अवसर पर महापौर ने कहा कि हमारा पर्यावरण प्रकृति का अनमोल उपहार है और इसे हमें अपने और आने वाली पीढ़ी के लिए भी सहेजकर रखना होगा महापौर ने कहा कि अब समय आ गया कि हम सजग हों और पर्यावरण को बचाए अन्यथा इसके गंभीर परिणाम होंगे..महापौर ने कहा कि आसपास के स्थान को स्वच्छ बनाएं नदी तालाब और अन्य जल स्रोतों को दूषित होने से बचाएं.. महापौर ने सभी शहरवासियों से अपील कि हम सभी प्लास्टिक का उपयोग न करने का संकल्प लें..इन छोटे-छोटे कदमों से हम निश्चय ही पर्यावरण को स्वच्छ रख पाएंगे..महापौर ने सभी नागरिकों से कम से कम एक-एक वृक्ष के पौधे लगाये जाने की अपील की। इस अवसर पर पार्षद दल के नेता नवीन पंडित,पार्षद पवन पाण्डेय, ,आनन्द शुक्ला, सौरभ देव ,आकर्ष वाजपेई, कमलेश त्रिवेदी इत्यादि कई लोग उपस्थित रहे।इसी कड़ी में राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर संस्थान कर्मियों द्वारा प्रकृति से निःशुल्क रूप से प्रदत्त पर्यावरण के प्रमुख संघटक पेड़ों के संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लेते हुये संस्थान की निदेशक,प्रो. (डॉक्टर) सीमा परोहा की अगुआई में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। प्रो. सीमा परोहा ने बताया कि संस्थान परिसर में जिन स्थानों पर पेड़ों की मात्रा कम है उनको चिन्हित कर लिया गया है और मानसून से पूर्व वहां पर वृहद रूप से पेड लगाना हमारी प्राथमिकता है। वृक्षारोपण के लिये विभिन्न प्रजातियों के पेड़ डॉ.लोकेश बाबर, कनिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी (कृषि रसायन) द्वारा उपलब्ध करवाये गये। इस अवसर पर स्पेंटवाश ड्राई और पोटाश डिराइव्ड मोलासेस इकाई का उद्घाटन करते हुये प्रो. सीमा परोहा ने कहा कि देश में उर्वरकों की खपत अधिक और उत्पादन बहुत कम है।
संवाददाता: विकास कुमार सिंह, कानपुर नगर